हरियाणा सरकार द्वारा बजट में जो प्रावधान किया गया है, उससे किसानों की दशा और दिशा सुधरने की उम्मीद है। किसान अपनी मिट्टी व पानी के स्वास्थ्य के हिसाब से फसल उगा सकेंगे। सरकार यह विकल्प प्रदान करने जा रही है। इस संबंध में शुक्रवार को बजट के दौरान मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने घोषणा की है। इस पर अगर काम होता है तो न केवल किसानों को लाभ होगा, बल्कि मिट्टी की सेहत भी बरकरार रखी जा सकेगी। वहीं विद्यार्थियों को भी लाभ होगा, क्योंकि योजना के तहत स्कूलों में साइंस विषय के बच्चों को मिट्टी और पानी की जांच का अवसर दिया जाएगा।
राज्य सरकार के बजट में शुक्रवार को बताया गया कि हर खेत स्वस्थ खेत नामक योजना शुरू की जा रही है। इसमें जिस किसान की जैसी मिट्टी होगी, उसे वैसी ही फसल उगाने का अधिकार दिया जाएगा। मिट्टी पानी की जांच के लिए 17 नई मृदा जांच लैब खोली जाएंगी।
59 मिनी मृदा जांच प्रयोगशालाएं खोली जाएंगी। इससे पहले 14 नई मृदा जांच प्रयोगशालाएं खोली जा चुकी हैं। इन प्रयोगशालाओं में जांच के बाद मिट्टी में जिस चीज की कमी होगी, उसे पूरा किया जाएगा और मिट्टी की सेहत अनुसार संबंधित क्षेत्र में कौन सी फसल उगाई जा सकेगी, इसका अधिकार किसानों को दिया जाएगा। इस योजना में स्कूली बच्चों को जोड़ा जाएगा, जिसमें साइंस संकाय के बच्चों को मिट्टी व पानी की जांच की सुविधा दी जाएगी। इसके लिए 115 लैब चालू सत्र में बन चुकी हैं। 125 स्कूलों में लैब आने वाले साल में खोली जाएंगी। इससे बच्चों को पढ़ाई के दौरान ही जांच करने की ट्रेनिंग दी जाएगी। पूरे प्रदेश को अगले तीन साल में योजना से कवर किया जाएगा।
1000 किसान एटीएम से दूर होगी किसानों की दुविधाएं-
सरकार ने यह भी फैसला लिया है कि हरियाणा में बैंकों के साथ मिलकर 1000 किसान एटीएम खोला जाएगा। जिसमें किसानों को अपने खाते को अपडेट करने, चेक बुक के लिए आवेदन, आधार कार्ड लिंक करने, नकदी निकालने सहित बैंकों से संबंधित सभी तरह की सुविधाएं दी जाएंगी।
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स्रोत: Amar Ujala