सरकार के इस कदम के बाद 10 रुपये तक कम हुआ प्याज का थोक भाव

October 28 2020

सरकार के दखल के बाद दिल्ली, मुंबई और चेन्नई जैसे प्रमुख बाजारों में प्याज के थोक भाव में 10 रुपये किलो तक की कमी आई है। सरकार ने प्याज की आसमान छूती कीमतों के मद्देनजर इसके भंडारण की अधिकतम सीमा तय कर दी है। इसके अलावा निर्यात पर रोक के साथ ही आयात बढ़ाने के भी उपाय किए गए हैं।

प्याज की सबसे बड़ी थोक मंडी में सस्ते हुए दाम

सरकार के दखल के एक दिन बाद उत्पादक क्षेत्रों में भी कीमतों में नरमी आई है। उदाहरण के लिए महाराष्ट्र के लासलगांव में इसके भाव में पांच रुपये की गिरावट आई है और यह 51 रुपये किलो पर आ गया है। लासलगांव एशिया में प्याज की सबसे बड़ी थोक मंडी है। 

चेन्नई, मुंबई, बंगलूरू और भोपाल में भी कम हुई कीमत

सरकारी आंकड़ों के अनुसार, चेन्नई में थोक प्याज की कीमतें 23 अक्तूबर को 76 रुपये प्रति किलोग्राम से कम होकर 24 अक्तूबर को 66 रुपये प्रति किलोग्राम पर आ गईं। इसी तरह, मुंबई, बंगलूरू और भोपाल में भी दरें पांच रुपये से छह रुपये प्रति किलोग्राम गिरकर क्रमश: 70 रुपये प्रति किलोग्राम, 64 रुपये प्रति किलोग्राम और 40 रुपये प्रति किलोग्राम हो गईं। 

दैनिक आवक में सुधार होने के बाद कम हुई कीमत

इन उपभोग बाजारों में दैनिक आवक में कुछ सुधार होने के बाद कीमतों में गिरावट आई है। आंकड़ों के अनुसार, दुनिया की सबसे बड़ी सब्जी मंडी दिल्ली की आजादपुर मंडी में दैनिक आवक बढ़ कर 530 टन से अधिक हो गई है। मुंबई में आवक 885 टन से बढ़कर 1,560 टन हो गई है। दैनिक आवक चेन्नई में 1,120 टन से बढ़ कर 1,400 टन और बंगलूरू में 2,500 टन से बढ़कर 3,000 टन तक पहुंच गई है। हालांकि, लखनऊ, भोपाल, अहमदाबाद, अमृतसर, कोलकाता और पुणे जैसे शहरों में अभी आवक नहीं सुधरी है।

 

इस खबर को अपनी खेती के स्टाफ द्वारा सम्पादित नहीं किया गया है एवं यह खबर अलग-अलग फीड में से प्रकाशित की गयी है।

स्रोत: Amar Ujala