बारिश से खेती-किसानी के कार्यों में आई तेजी

June 12 2021

प्रदेश में मानसून ने दस्तक दे दी है। जिले में पिछले तीन दिनों से बारिश का सिलसिला जारी है। अच्छी बारिश के बाद खेती किसानी कार्य ने जोर पकड़ा है। हालांकि किसानों को मानसून के पूरी तरह से सक्रिय होने का इंतजार है।

किसानों ने खेती को लेकर प्रारंभिक तैयारी शुरु कर दी है। बीज, खाद और दवाई का उठाव करने के लिए बड़ी संख्या में किसान समितियों में पहुंच रहे हैं। किसानों ने बताया कि इस बार प्री मानसून में ही अधिक बारिश होने की वजह से अकरस जोताई नहीं कर पाए हैं।

उन्होंने बताया कि खेती 15 जून के बाद ही करते हैं। इधर, साधन संपन्ना किसानों ने पूर्व से ही खेती की तैयारी कर ली थी इसलिए उन्होंने बोनी शुरू कर दी है।

इस बार भी अच्छी बारिश की संभावना

जिले में इस वर्ष अच्छी बारिश की संभावना मौसम विभाग ने जताई है। मौसम विज्ञानी चंद्रा ने बताया कि मानसून पहली बार समय से पहले आया है। जिससे पहले ही दिन सर्वाधिक बारिश हुई है। आगामी दिनों में भी बारिश के आसार है।

धान के लिए 2.40 लाख हेक्टेयर का लक्ष्य

कृषि विभाग ने जिले में इस वर्ष खरीफ फसल के लिए कुल 259.18 लाख हेक्टेयर का लक्ष्य रखा है। इसमें 240.49 लाख हेक्टेयर में धान की फसल लगाने का लक्ष्य निर्धारित किया है। इसमें 0.08 हेक्टेयर में मक्का व 0.05 हेक्टेयर में ज्वार शामिल है।

इसके अलावा 0.10 हेक्टेयर में अरहर, 1.06 में मूंग, 8.01 में उड़द, 0.08 कुल्थी, 2.61 मूंगफली, 0.16 में तिल और 1.83 हेक्टेयर में साग सब्जी व अन्य फसल लगाने का लक्ष्य रखा है। बता दें कि गतवर्ष जिले धान के लिए 2.45 लाख हेक्टेयर का लक्ष्य रखा गया था।

जिसमें इस बार कटौती कर 2.40 लाख हेक्टेयर किया गया है। उप संचालक कृषि एस आर डोंगरे ने बताया कि लोगों को दलहन-तिलहन खेती के प्रति जागरूक करने लक्ष्य में धान के रकबे में कटौती की गई है।

 

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स्रोत: Nai Dunia