मध्यप्रदेश सहित भोपाल जिले में 5 से 6 दिसंबर तक हल्की बूंदाबांदी हो सकती है। वहीं, 15 दिसंबर तक ठंड इसी तरह बनी रहेगी। इसके बाद कड़ाके की ठंड पड़ने से आसार हैं। मौसम वैज्ञानिक एके शुक्ला ने बताया कि अरब सागर में कम दबाव का दक्षिण-पश्चमी सिस्टम बना हुआ है, इसका असर मप्र में भी दिखाई दे रहा है। बादल बने हुए हैं, जिसके कारण ठंड का असर कम है। 13 दिसंबर तक बादल साफ हो जाएंगे, इसके बाद ठंड बढ़ना शुरू होगी।
वहीं, न्यूनतम तापमान 17.1 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया, जो सामान्य से 5 डिग्री अधिक रहा। बता दें कि पिछले साल दीपावली के बाद से ही कड़ाके की ठंड शुरू हो गई थी। नवंबर के पहले सप्ताह से ही कड़ाके की ठंड शुरू हो गई थी। लेकिन इस बार ऐसा नहीं हुआ। हालांकि, अब माह के अंत तक कड़ाके की ठंड होने के आसार नजर आ रहे हैं।
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सबसे कम न्यूनतम तापमान बैतूल व ग्वालियर में किया गया रिकॉर्ड
पिछले 24 घंटों के दौरान प्रदेश के उज्जैन, ग्वालियर, सागर व इंदौर संभाग के जिलों में कहीं-कहीं हल्की बारिश दर्ज की गई। शेष संभागों के जिलों में मौसम शुष्क रहा। न्यूनतम तापमान में सभी संभागों में कोई विशेष परिवर्तन नहीं हुआ। लिहाजा, प्रदेश में सबसे कम न्यूनतम तापमान 12 डिग्री सेल्सियस बैतूल व ग्वालियर जिले में दर्ज किया गया।
इन जिलों में कोहरा पड़ने की संभावना
मौसम विभाग के अनुसार नीमच, मंदसौर, रतलाम, ग्वालियर, गुना, भिंड, मुरैना, श्योपुरकलां, छतरपुर व टीकमगढ़ में हल्का कोहरा पड़ने की संभावना है। वहीं, टीकमगढ़, छतरपुर, धार, गुना, रतलाम व उज्जैन में हल्की गरज-चमक के साथ गले 24 घंटे के अंदर बौछारें भी पड़ सकती हैं।
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स्रोत: नई दुनिया