पलोहाबड़ा में धान खरीदी केंद्र बनाने किसान कर रहे मांग

October 30 2020

समर्थन मूल्य पर धान की खरीदी का कार्य कराने प्रशासन की तैयारियां हो गई हैं। लेकिन कई क्षेत्रों में केंद्र दूर बनाए जाने से किसान परेशान हैं। पलोहाबड़ा क्षेत्र के किसानों का कहना है कि उनके गांव में केंद्र बनाया जाए। जिससे उन्हें 15 किमी दूर गाडरवारा उपज बेचने न जाना पड़े। बीते वर्षों की तुलना में इस साल पलोहा सहित आसपास के करीब डेढ़ दर्जन गांव के किसानों ने अपनी खेती के 75 फीसद रकबे में धान की खेती की हैं। जिससे उत्पादन भी किसानों को भरपूर मिल रहा है। लेकिन अब किसान को अपनी उपज को बेचने की समस्या संकट में डाल रही हैं। करीबन 15 किमी का सफर तथा उपार्जन में 3 से 4 दिन का लगने वाला समय किसान की आगामी फसल की व्यवस्था को चौपट कर देती हैं। किसानों का कहना है कि बीते वर्ष किसानों को धान की फसल बेचने गाडरवारा कृषि उपज मण्डी में बने उपार्जन केंद्र पर ले जाना पड़ा था। जिसकी ग्राम पलोहा से करीबन 15 किमी की दूरी हैं। इस केंद्र पर आसपास के अनेक गांव जुड़े होने से भीड़ का सामना किसानों को करना पड़ता हैं।

चूंकि कोरोना संकट को देखते हुये केंद्र पर अधिक भीड़ न हो इस मान से भी पलोहा में भी एक केंद्र खोला जाना तर्क संगत हैं। गौरतलब हैं कि यंहा पर गेंहू उपार्जन केंद्र पूर्व से ही है जिस पर पलोहा के अलावा आमोद, ग्वारी, उल्थन, मोहड़, काट्जू नगर, खेरी,भटेरा, खकरिया, टिमरावन, अट्ठाईसा, खेरी, नीमच, धौखेडा आदि ग्राम के किसानो ने अपनी फसल बेची है। अब इन गांवो के किसान अपनी धन की फसल बेचने जनप्रतिनिधियों और जिम्मेदार अधिकारियों से जनहित में केंद्र खोले जाने की मांग कर रहे हैं। जिससे इनका समय बचे और किसान कम खर्च में सुरक्षा के साथ उपज बेंच सकें।

 

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स्रोत: Nai Dunia