विश्व बैंक की सहायता से बस्तर और सरगुजा सहित राज्य के अन्य क्षेत्रों में निवास कर रहे अनुसूचित जनजाति और अनुसूचित जाति के किसानों की आय में बढ़ोतरी के उद्देश्य से राज्य में चिराग परियोजना (छत्तीसगढ़ एन्क्लुसिव रूरल एंड ऐक्सलीरेटेड एग्रीकल्चर ग्रोथ प्रोजेक्ट) का क्रियान्वयन जल्द ही शुरू किया जाएगा। इसके लिए राज्य सरकार के विभिन्न् विभागों के योजनाओं का समन्वित क्रियान्वयन किया जाएगा।
मुख्य सचिव ने कहा कि चिराग परियोजना की सहायता से ग्रामीण अर्थव्यवस्था में सुधार और किसानों की आय में वृद्धि में मदद करने के भरपूर अवसर उपलब्ध हो सकेंगे। अहमद ने छत्तीसगढ़ की जैव-विविधता और हरे-भरे जंगलों की प्रशंसा करते हुए कहा कि आज पूरे विश्व में पर्यावरण में हो रहे परिवर्तन चिंता का विषय है। लेकिन छत्तीसगढ़ राज्य इस दिशा में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है। यहां के जंगलों और वनवासियों के बीच अद्भुत संबंध है।
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स्रोत: नई दुनिया