इस वर्ष सोयाबीन बीज 7500 रुपए क्विंटल मिलेगा

June 11 2021

राज्य शासन ने कोविड-19 महामारी के दौरान बीज दर निर्धारण समिति की बैठक में हुए निर्णय के मुताबिक खरीफ 2021 के लिए प्रमाणित बीजों की विक्रय उपार्जन एवं अनुदान दरें घोषित कर दी हैं। इसमें राज्य की  प्रमुख खरीफ फसल सोयाबीन की दरों में 850 रूपये प्रति क्विंटल की वृद्धि की गई है। इससे किसानों को सोयाबीन बीज अब 7500 रू. क्विंटल का मिलेगा। इसके साथ ही उपार्जन दरों में वृद्धि की गई जिससे किसानों की आय बढ़ सके। शासन द्वारा तिलहनी फसलों के प्रमाणित बीजों के 15 वर्ष अवधि की किस्मों पर बीज वितरण अनुदान देय है तथा 15 वर्ष से अधिक अवधि की किस्मों पर अनुदान नहीं मिलेगा। इसी प्रकार मोटा अनाज, धान एवं दलहनी फसलों के प्रमाणित बीजों के 10 वर्ष तक की अवधि तथा 10 वर्ष से अधिक अवधि किस्मों पर अनुदान देय है। राज्य शासन ने इस  वर्ष जैविक धान, कोदो-कुटकी, मूंग-उड़द एवं अरहर बीजों की दरें भी तय की हैं। इसके तहत जैविक धान बीज किसानों को 5400 रू. क्विंटल मिलेगा जिस पर 2000 रू. क्विंटल अनुदान मिलने के बाद 3400 रू. क्विंटल किसानों को पड़ेगा। इसके साथ ही 3100 रू. क्विंटल जैविक बीज कृषकों से खरीदा जाएगा।

म.प्र. शासन के आदेश के मुताबिक इस वर्ष किसानों को सोयाबीन बीज 7500 रुपये क्विंटल मिलेगा, इस पर 2000 रुपए क्विंटल अनुदान दिया जाएगा, जिससे कृषकों को सोयाबीन बीज  5500 रुपये क्विंटल पड़ेगा तथा 5100 रुपये क्विं. कृषकों से बीज खरीदा जाएगा। जबकि गत वर्ष कृषकों को 2000 रु. अनुदान मिलने के बाद 4650 रुपये क्विंटल सोयाबीन बीज पड़ा था। तथा 4500 रुपये क्विंटल बीज किसान से खरीदा गया था।

इसी प्रकार धान सुगंधित किस्म का बीज इस वर्ष भी 5000 रु. क्विंटल मिलेगा। इस पर 2000 रुपए क्विंटल अनुदान मिलने पर यह 3000 रुपये क्विंटल पड़ेगा तथा किसानों से उपार्जन 2600 रुपए क्विंटल किया जाएगा। मक्का बीज इस वर्ष कृषकों को 4300 रु. क्विं. दर पर मिलेगा इसमें 2100 रुपये का अनुदान दिया जाएगा जिससे 2200 रु. क्विं. कृषक को मक्का बीज पड़ेगा तथा 2000 रु. क्विं. बीज उपार्जित किया जाएगा। जबकि गत वर्ष 4200 रु. क्विंटल सकल दर तय की गई थी और 2100 रुपये अनुदान मिला था तथा कृषक को बीज 2100 रु. क्विंटल पड़ा था।

राज्य सरकार ने इस वर्ष अनुदान में कोई खास वृद्धि नहीं की है। आदेश के मुताबिक इस वर्ष किसानों के लिये सोयाबीन बीज की उपार्जन दर 5100 रु. प्रति क्विंटल तथा धान की सुगंधित किस्मों की उपार्जन दर 2600 रु. मोटी किस्म 2000 रु. एवं पतली किस्मों की उपार्जन दर 2500 रु. प्रति क्विंटल तय की गई है। इसी प्रकार बैठक में निर्णय लिया गया कि सोयाबीन बीज की 15 वर्ष तक की किस्मों पर 2000 रु. प्रति क्विंटल एवं धान बीजों की किस्मों पर 2000 रु. प्रति क्विंटल अनुदान दिया जाएगा जो कृषकों के खातों में डीबीटी प्रक्रिया से सीधे जमा होगा।

अनुदान डीबीटी से किसानों के खाते में : बीज दर निर्धारण समिति की बैठक में निर्णय लिया गया कि नगद बीज की मात्रा का इंद्राज कृषक की बही या ऋण पुस्तिका में करना अनिवार्य होगा। संस्थाओं के पास उपलब्ध प्रमाणित बीज का वितरण अधिकतम 30 प्रतिशत संस्थाएं नगद में विक्रय कर सकेंगी। अनुदान की राशि उपसंचालक द्वारा डीबीटी प्रक्रिया के तहत सीधे किसानों के खाते में जमा की जाएगी। फसल किस्मों पर अनुदान राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा मिशन (एनएफएसएम) योजना द्वारा दिया जाएगा।

 

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स्रोत: Krishak Jagat