कृषि यंत्रों के सुधार की दुकानें नहीं खुली तो बोवनी पर पड़ेगा असर

May 24 2021

खरीफ की फसल के लिए किसान अब जुट गए हैं। जून माह के प्रथम सप्ताह से किसान खरीफ की फसल के लिए बोबनी कार्य में जुट जाएंगे। शासन प्रशासन द्वारा कोरोना कर्फ्यू में खाद बीज की दुकान को खोले जाने के लिए छूट तो दे दी गई है, लेकिन किसानों के समक्ष अब यह सबसे बड़ी समस्या उत्पन्ना्‌ हो गई है कि वह खेती में प्रयुक्त कृषि उपकरण जो खराब हो गए हैं जिन्हें मरम्मत की आवश्यकता है। ऐसे कृषि उपकरणों को सुधारे जाने व नए कृषि उपकरण, यंत्र की खरीदी किसान आसानी से कर सकें इसके लिए किसानों ने प्रशासन से संबंधित दुकानों को भी खोले जाने की मांग की है।

सिमरिया निवासी प्रगतिशील किसान शिवराम सनोडिया ने कलेक्टर से मांग की है कि आगामी फसल की बोबनी अन्ना्‌दाता अच्छे से कर सकें इसके लिए जिस तरह से खाद बीज की दुकान खोली गई है। उसी तरह से किसान कृषि उपकरण खरीद सके और जिन किसानों के कृषि उपकरण खराब हो चुके हैं उनका रिपेयरिंग भी करा सकें। इसके लिए ऐसी दुकानों को भी खोले जाने की मांग की है।

किसानों ने बताया कि खराब हो चुके कृषि उपकरणों की शीघ्र ही सुधार की आवश्यकता है। साथ ही नए कृषि उपकरण की भी खरीदारी किया जाना नितांत आवश्यकता है। इससे किसान कृषि का कार्य आसानी से कर सकेंगे। कृषि उपकरण में ट्रैक्टर, सीडड्रिल, कल्टीवेटर आदि सामान की खरीद बिक्री व सुधार केंद्र दुकान, एजेंसियों आदि को खोले जाने की मांग की गई है। वहीं किसानों ने बताया कि अगर अभी दुकान एजेंसी नहीं खोली गई तो किसान कृषि उपकरणों के अभाव में आगामी खरीफ फसल की बोवनी खेतों को तैयार किए जाने का काम वह आसानी से नहीं कर पाएंगे। इससे खरीफ फसल के उत्पादन में काफी बुरा असर पड़ेगा और किसानों को काफी नुकसान भी होगा।

 

इस खबर को अपनी खेती के स्टाफ द्वारा सम्पादित नहीं किया गया है एवं यह खबर अलग-अलग फीड में से प्रकाशित की गयी है।

स्रोत: Nai Dunia