पानी की कमी से खेती छोड़ रहे किसानों से पट्टे पर ली जमीन, प्याज उगाकर बन गए करोड़पति

December 19 2019

कहते हैं किस्मत भी उन्हीं का साथ देती है, जिनमें जोखिम लेने की क्षमता होती है, जी हां, यह बात कर्नाटक के चित्रदुर्ग जिले के डोड्डासिद्वावनहल्ली निवासी मल्लिकार्जुन पर 100 फीसद लागू होती है। मल्लिकार्जुन ने उस वक्त खेती में कदम रखा, जिस वक्त उनके आसपान के ज्यादातर किसान भूमिगत पानी की कमी के चलते खेती करना छोड़ रहे थे।

मल्लिकार्जुन 2004 से कर रहे खेती

मल्लिकार्जुन ने इन किसानों से 10 एकड़ जमीन पट्टे पर लेकर कुल 20 एकड़ जमीन पर प्याज की खेती की। इसके लिए 50 मजदूरों को काम पर रखा। प्याज की खेती के लिए मल्लिकार्जुन ने 15 लाख का कर्ज भी लिया था। वो साल 2004 से प्याज की खेती कर रहे हैं। पिछले साल तक मल्लिकार्जुन को प्याज की खेती से खास फायदा नहीं हुआ। लेकिन उन्होंने प्याज की खेती करना जारी रखा। मल्लिकार्जुन ने लीग से हटकर बरसात के माह में प्याज की खेती करनी शुरू की।

240 टन हुई बंपर पैदावार

टीओआई के मुताबिक मल्लिकार्जुन इसे अब तक का सबसे बड़ा जोखिम मानते हैं। दरअसल इस साल अक्टूबर माह तक प्याज की कीमतें कम थी, जिसकी वजह से मल्लिकार्जुन काफी चिंता में थे। हालांकि नवंबर के पहले हफ्ते में प्याज की कीमतें 7000 रुपए प्रति क्विंटल हो गई। इसके कुछ माह बाद ही प्याज की कीमतें 12 हजार रुपए प्रति क्विंटल हो गई। ऐसे में मल्लिकार्जुन ने 240 टन प्याज (लगभग 20 ट्रक) की प्याज की पैदा से खूब मुनाफा कमाया। मल्लिकार्जुन ने 15 लाख रुपए का निवेश किया था तो उम्मीद लगाई थी कि 5-10 लाख रुपये का लाभ होगा। लेकिन प्याज की बढ़ी कीमतों ने उन्हें करोड़पति बना दिया।

प्याज ने बदली किस्मत

मल्लिकार्जुन अब बेंगलुरु से 200 किलोमीटर दूर चित्रदुर्ग में खेती के क्षेत्र में एक सेलिब्रेटी की तरह हो गए हैं। सभी किसान उन्हें अपना आदर्श मानने लगे हैं। वह कहते हैं, मैंने अपना कर्ज चुका दिया है। अब मैं एक सुंदर घर बनाने की योजना बना रहा हूं। इसके साथ ही खेती के विस्तार के लिए और जमीन खरीदना चाहता हूं। प्याज की बढ़ी कीमतों से जहां आम आदमी परेशान है, वहीं दूसरी तरफ प्याज की बढ़ी कीमतों ने कर्ज में डूबे एक किसान को महज एक माह में करोड़पति बना दिया।

 

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स्रोत: मनी भास्कर