गाय पालन के लिए यूपी सरकार दे रही है 80 हजार रुपए का अनुदान

September 26 2023

पशुपालन जहां किसानों की दैनिक आय का एक अच्छा जरिया है वहीं ग्रामीण क्षेत्रों में रोजगार का भी साधन है। पशुपालन के महत्व को देखते हुए सरकार पशुपालन को बढ़ावा दे रही है। जिसके तहत किसानों, ग्रामीण क्षेत्र के युवाओं एवं महिलाओं को पशुपालन व्यवसाय के लिए प्रोत्साहित करने हेतु सरकार भारी अनुदान भी देती है। इस कड़ी में उत्तर प्रदेश सरकार ने राज्य में “मुख्यमंत्री स्वदेशी गौ-संवर्धन योजना” शुरू की है।

मुख्यमंत्री गौ-संवर्धन योजना का मुख्य उद्देश राज्य में स्वदेशी उन्नत नस्ल की गायों की संख्या को बढ़ाना, स्वदेशी नस्ल की गायों का नस्ल सुधार करना एवं ग्रामीण क्षेत्रों में रोजगार उपलब्ध कराना है। योजना के लिए आवेदन प्रक्रिया शुरू की जा चुकी है। इच्छुक व्यक्ति योजना के तहत 17 अक्टूबर तक आवेदन कर सकते हैं।

मुख्यमंत्री स्वदेशी गौ-संवर्धन योजना क्या है?

पशुधन विभाग, उत्तर प्रदेश से प्राप्त जानकारी के अनुसार मुख्यमंत्री स्वदेशी गौ-संवर्धन योजना के तहत दूसरे प्रदेश से उन्नत नस्ल की स्वदेशी गायों (गिर, साहीवाल, थारपारकर एवं हरियाणा प्रजाति) को खरीदने के लिए सरकार अनुदान देगी। योजना में महिला दुग्ध उत्पादकों, गौपालकों को 50 प्रतिशत वरीयता दी जाएगी। खरीदी जाने वाली गाय प्रथम अथवा द्वितीय ब्यात की होने चाहिए।

योजना के तहत पशुपालक को अधिकतम 02 गायों की एक पशुपालन इकाई (प्रोजेक्ट) स्थापित करना होगा। वहीं खरीदी गई सभी गायों का 03 वर्षों का एक मुश्त पशु बीमा करवाना होगा, साथ ही जहां से गाय ख़रीदी जाएंगी (स्थान/राज्य) वहाँ से इकाई स्थापना की जगह तक लाने के लिए ट्रांजिट बीमा भी करवाना होगा।

गाय पालन के लिए कितना अनुदान दिया जाएगा?

मुख्यमंत्री स्वदेशी गौ-संवर्धन योजना के तहत 2 उन्नत नस्ल की गायों की एक इकाई (प्रोजेक्ट) की स्थापना के लिए अनुदान दिया जाएगा। पशुपालन विभाग द्वारा एक इकाई की लागत लगभग 02 लाख रुपए आंकी गई है। जिसमें दूसरे प्रदेश से स्वदेशी उन्नत नस्ल की दुधारू गाय के क्रय, परिवहन, ट्रांजिट बीमा, 03 वर्षों के लिए पशु बीमा, चारा काटने की मशीन तथा गायों के रख रखाव हेतु शेड निर्माण पर व्यय कुल धनराशि का 40 प्रतिशत अधिकतम 80,000 रुपये का अनुदान दिया जाएगा।

पशुपालन इकाई में शामिल घटक

उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा स्वदेशी नस्ल की 02 गायों की एक इकाई स्थापना पर अनुदान दिया जाएगा। पशु पालन विभाग द्वारा एक इकाई की लागत लगभग 2 लाख रुपए रखी गई है जिसमें निम्न अवयव शामिल है:

  • गाय की खरीद एवं परिवहन पर आने वाला खर्च,
  • 03 वर्षों के लिए पशु बीमा पर आने वाला खर्च,
  • गायों के रख-रखाव हेतु शेड निर्माण पर आने वाला खर्च,
  • एवं चारा काटने की मशीन पर आने वाला खर्च शामिल किया गया है।

आवेदन के लिए पात्रता

  • योजना का लाभ देने के लिए सरकार ने कुछ मापदंड तय किए हैं, उसके अनुसार ही पात्र व्यक्ति योजना के तहत आवेदन कर योजना का लाभ ले सकते हैं। जो इस प्रकार है:
  • आवेदक उत्तर प्रदेश का निवासी होना चाहिए साथ ही उसकी आयु 18 वर्ष से अधिक होनी चाहिए।
  • दुग्ध उत्पादक/ पशुपालक के पास पशुओं के रखने के लिए पर्याप्त स्थान/शेड उपलब्ध होना चाहिए।
  • आवेदक के पास पहले से ही 02 गायों से अधिक स्वदेशी नस्ल की गिर, साहीवाल, हरियाणा, थारपारकर एवं संकर प्रजाति की गाय नहीं होनी चाहिए।

अभी इन जिलों के व्यक्ति कर सकते हैं आवेदन

सरकार ने अभी मुख्यमंत्री स्वदेशी गौ-संवर्धन योजना के प्रथम चरण में राज्य के केवल 18 जनपदों में ही लागू किया है। जिसमें लखनऊ, कानपुर, अयोध्या, गोंडा, बस्ती, गोरखपुर, वाराणसी, आजमगढ़, प्रयागराज, चित्रकूट, मिर्जापुर, झाँसी, आगरा, अलीगढ़, बरेली, मुरादाबाद, मेरठ एवं सहारनपुर जनपद शामिल है। अतः योजना के अंर्तगत अभी इन जनपदों के व्यक्ति ही आवेदन कर सकते हैं।

गाय पालन इकाई अनुदान हेतु आवेदन कहाँ करें?

मुख्यमंत्री स्वदेशी गौ-संवर्धन योजना के तहत आवेदन प्रक्रिया शुरू की जा चुकी है। इच्छुक व्यक्ति योजना का लाभ लेने के लिये 17 अक्टूबर 2023 तक ऑफलाइन आवेदन कर सकते हैं। इस योजना के संबंध में आवेदन पत्र का प्रारूप व संबंधित शासनादेश विभागीय पोर्टल updairydevelopment.gov.in एवं www.animalhusb.upsdc.gov.in पर देख सकते हैं।

इसके अलावा योजना का शासनादेश एवं आवेदन संबंधित जनपद के मुख्य विकास अधिकारी, मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी, दुग्धशाला विकास अधिकारी, उप दुग्धशाला विकास अधिकारी, खंड पशुचिकित्सा अधिकारी के कार्यालयों में उपलब्ध है। इच्छुक व्यक्ति इन कार्यालयों में जाकर योजना से जुड़ी अधिक जानकारी के साथ ही आवेदन कर सकते हैं।

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स्रोत: किसान समाधान