आप सभी को कभी न कभी ऐसी कई चीज़ें देखने को मिली होंगी, जो आपको काफी अजीब और हटकर लगी होंगी, लेकिन फिर भी आपको ऐसी चीजों को देखना और सुनना अच्छा लगता है. इसी कड़ी में आज हम आपको एक ऐसे फूल के बारे में जानकारी देने वाले हैं, जिसके बारे में सुनकर आप हैरान हो जाएंगे.
क्या है रेफलिसिया
यह फल आसमानी और सफेद रंग का होता है. खास बात है कि इस फूल में कोई पत्ती और जड़ नहीं है. दुनिया के सबसे बड़े फूल को स्थानीय लोगों ने लाशों के फूल का नाम दिया है. यह एक परजीवी पौधा है. यह फूल पांच भागों में होता है और इसमें से बहुत बुरी बदबू आती है. अगर इसकी बदबू कोई 5 मिनट तक सूंघ लें, तो वह मर भी सकता है. ये पौधा अपना भोजन-पानी दूसरे पौधों से प्राप्त करता हैं. इसकी प्यालीनुमा पुष्पनाल में मौजूद गंध कीट-पतंगों को खूब आकर्षित करती है. वह फूल के अंदर घुसते हैं, उसमें गिरकर मर जाते हैं. इस फूल की बनावट काफी हद तक सूरजमुखी की तरह है.
6 महीने खिलते हैं रेफलिसिया
आपको बता दें कि रेफलिसिया अपना भोजन दूसरे पौधों से करते हैं. यह लगातार छह महीने तक खिले रहते हैं. इनके खिलने की प्रक्रिया अक्टूबर से शुरु होती है औऱ मार्च महीने तक चलती है. वैज्ञानिकों के अनुसार, इनकी उम्र करीब 65 दिन की होती है. इनकी आयु खत्म होने से एक हफ्ते पहले बदबू आनी शुरु हो जाती है. आयु खत्म होने के समय यह काला रंग का पड़ जाता है.
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स्रोत: कृषि जागरण