दाम गिरते देख किसानों ने कच्ची प्याज बाजार में लाना शुरू किया, आवक डेढ़ गुना बढ़ी; कीमतों में 40% तक गिरावट

January 10 2020

नए साल की शुरुआत में प्याज की कीमतों ने राहत दी है। पहले हफ्ते में ही इसकी कीमतों में 40 प्रतिशत तक की कमी आ गई है। ज्यादातर राज्यों में प्याज के थोक दाम 50 रुपए और खुदरा भाव 70 से 80 रुपए के बीच स्थिर हो गए हैं। जबकि एक महीने पहले तक खुदरा भाव 150 रुपए तक पहुंच गए थे। एशिया की सबसे बड़ी प्याज मंडी नासिक की लासलगांव समेत मप्र, गुजरात व राजस्थान में नई प्याज की आवक होते ही मंडियों में सप्लाई भी डेढ़ से दो गुना बढ़ गई है। आवक अच्छी होने से कीमतों में गिरावट जारी है।

लासलगांव में पिछले एक हफ्ते में प्याज की दर में दो से तीन हजार रुपए प्रति क्विंटल की गिरावट दर्ज हुई है। लासलगांव बाजार समिति में 4,100 से 4,500 रुपए प्रति क्विंटल दर पर बिका रहा है। यहां पर एक महीने पहले 2,360 क्विंटल प्याज आया था जबकि 7 जनवरी को आवक 33,249 क्विंटल हो गई। रायपुर, पटना, अहमदाबाद, जयपुर में आवक दोगुनी हो गई है।  झारखंड में खपत का करीब 75 प्रतिशत प्याज नासिक से ही आता है। यहां आवक बढ़ने से थोक बाजार में प्याज की कीमत आधी से भी कम हो गई है।

चंडीगढ़ में दिसंबर के पहले सप्ताह के मुकाबले जनवरी में आवक दोगुनी हो गई है। इसके चलते अब केंद्र और राज्य सरकारों में तनातनी बढ़ गई है। केंद्र सरकार ने कीमतों पर नियंत्रण के लिए जिस विदेशी प्याज का आयात किया है, उसे उठाने के लिए राज्य सरकारें तैयार नहीं है। राज्य सरकारों का मानना है कि केंद्र से जिस कीमत में प्याज खरीदा जाएगा, उतने में स्थानीय स्तर पर प्याज उपलब्ध होगा। लासलगांव मंडी समिति के सचिव नरेंद्र वाढवणे ने बताया, इस साल पिछले साल के मुकाबले मंडी में प्याज की आवक कम रहेगी। ऐसे में प्याज की थोक कीमत 3,000 से 4,000 रुपए क्विंटल के बीच में रह सकती है।  

पूरे देश में नासिक के प्याज की आवक बढ़ी, मकर संक्रांति के बाद और कम हो सकती हैं प्याज की कीमतें 

थोक में बढ़िया प्याज के भाव 30 रुपए प्रति किलो तक आने की संभावना: रांची के आलू-प्याज के थोक कारोबारी संजय साहू ने बताया कि आने वाले एक सप्ताह में बढ़िया प्याज की कीमत 30 रुपए हो सकती है। जयपुर के थोक व्यापारियों के अनुसार एक माह में ही प्याज के भाव 25 रुपए प्रति किलो तक घट सकते हैं क्योंकि अगले माह से जयपुर, सीकर, कुचामन, मथानिया से प्याज की नई आवक शुरू होगी। चंडीगढ़ के व्यापारियों का कहना है कि रिटेल में 50-55 रुपए प्रति किलो के भाव पर आ सकते हैं। 

दाम गिरने की आशंका से किसान जल्दबाजी में कच्ची प्याज बेच रहे हैं: कई स्थानों पर किसानों ने दाम घटने की आशंका के चलते कच्ची प्याज बाजार में लानी शुरू कर दी है। जयपुर के थाेक प्याज कारोबारी शिवशंकर शर्मा बताते हैं कि अलवर, झालावाड़, नीमच और मंदसौर की प्याज भी आ रही है। लेकिन गुणवत्ता कमजोर है। भोपाल की करोंद मंडी सचिव राजेंद्र सिंह ने बताया कि अक्टूबर में लगाई गई प्याज धीरे धीरे बाजार में आ रही है। हालांकि किसान जल्दबाजी में कच्ची प्याज लेकर ही आ रहे हैं।

पोंगल की वजह से प्याज के दाम स्थिर: नासिक के थोक प्याज व्यापारी विकास सिंह का कहना है कि प्याज की कीमतों को काबू में रखने के लिए निर्यात पर प्रतिबंध और आयात होने से दाम कम हो रहे हैं। अभी दक्षिण भारत में पोंगल की वजह से प्याज की आवक बढ़ी है। इसी वजह से दामों में फिलहाल स्थिरता है। दो से तीन हफ्ते में रिटेल बाजार में प्याज की दर में 20 से 30 रुपए की गिरावट होने की संभावना है।

होली तक कीमत मौजूदा स्तर के आसपास रहेंगी

भाव में 5 से 10 रुपए प्रति किलोग्राम की नरमी देखी जा सकती है। कम से कम होली तक प्याज की कीमतें माैजूदा स्तर के आसपास बनी रह सकती है। -अजय अग्रवाल, अध्यक्ष, आलू-प्याज एसोसिएशन रायपुर

 

इस खबर को अपनी खेती के स्टाफ द्वारा सम्पादित नहीं किया गया है एवं यह खबर अलग-अलग फीड में से प्रकाशित की गयी है।

स्रोत: दैनिक भास्कर