तीन दिन बाद शुरू हुई खरीदी, 40 किसानों का अनाज तौला

March 30 2019

जिले में 26 मार्च से समर्थन मूल्य पर शुरू होने वाली खरीदी तीन दिन बाद शुरू हो सकी। औपचारिक शुरुआत होने के बाद फिर दो दिन तक बंद रहने से किसानों को इंतजार करना पड़ेगा। जिले में 90 खरीदी केंद्रों पर समर्थन मूल्य पर गेहूं की खरीदी एक साथ शुरू करने के दावे की हवा निकल गई। वहीं पोर्टल में तकनीकी खामियों के कारण खरीदी में देरी हुई है। सहकारी समितियां भी खरीदी केंद्र पर व्यवस्थाएं कर सकीं। इसके कारण किसानों को चार दिन तक इंतजार करना पड़ा। शुक्रवार को कलेक्टर एस विश्वनाथन ने जिले के ग्राम बगवाड़ स्थित सायलो में बनाए गए खरीदी केंद्र पर पहुंचकर पूजा अर्चना कर शुभारंभ किया। उन्होंने खरीदी केंद्र पर अपनी उपज विक्रय के लिए पधारे किसानों का पुष्पहार एवं तिलक लगाकर स्वागत किया। उन्होंने यहां उपस्थित किसानों से चर्चा की तथा खरीदी केंद्र पर खरीदी की प्रक्रिया का जायजा लिया। विभागीय सूत्रों के अनुसार 30 मार्च दिन शनिवार एवं 31 मार्च रविवार को अवकाश होने के कारण खरीदी नहीं को सकेगी। जिम्मेदार 48 घंटों में किसानों को उपज का भुगतान करने का दावा किया जा रहा है। जिला खाद्य एवं आपूर्ति अधिकारी ने बताया कि 24 मई तक उपार्जन कार्य किया जाएगा। इस वर्ष 42 हजार 744 किसानों द्वारा गेहूं विक्रय करने एवं 16 हजार 745 किसानों द्वारा चना बेचने के लिए पंजीयन कराया गया। वहीं 4 किसानों ने मसूर एवं 122 किसानों ने सरसों विक्रय करने के लिए पंजीयन कराया है।

कलेक्टर ने शुरू किया खरीदी केंद्र

कलेक्टर एस विश्वनाथन ने जिले के ग्राम बगवाड़ स्थित सायलो में बनाए गए खरीदी केंद्र की पूजा-अर्चना कर शुरुआत की। उन्होंने खरीदी केंद्र पर अपनी ऊपज विक्रय के लिए आए किसानों का पुष्पहार एवं तिलक लगाकर स्वागत किया। उन्होंने यहां उपस्थित किसानों से चर्चा की। खरीदी केंद्र पर खरीदी की प्रक्रिया का जायजा लिया। उन्होंने तुलाई एवं अन्य प्रक्रियाओं का अवलोकन किया। इस दौरान उन्होंने डीएम नान से खरीदी के उपरांत भुगतान संबंधित प्रक्रिया की जानकारी ली। उन्होंने कृषकों से अनुरोध किया सोसाइटी में अपने अकाउंट नंबर मोबाइल नंबर आदि चेक कर वेरीफाई करा लें। ताकि भुगतान में कोई समस्या न हो।

50238 किसानों ने कराया पंजीयन

जिले के 50238 किसानों ने समर्थन मूल्य पर उपज बेचने के लिए पंजीयन कराया है। इसमें 42744 किसानों ने गेहूं बेचने पंजीयन कराया। वहीं 16745 किसानों ने चना बेचने के लिए पंजीयन कराया। इसी प्रकार 122 किसानों ने सरसों बेचने पंजीयन कराया है। वहीं

4 किसानों ने समर्थन मूल्य मसूर बेचने पंजीयन कराया है। जिले में 90 केंद्रों पर गेहूं की खरीदी होगी। 26 केंद्रों पर चना खरीदी की जाएगी।

यह होगा समर्थन मूल्य

गेहूं उपार्जन के लिए 1840 रुपए प्रति क्विंटल गेहूं का समर्थन मूल्य निर्धारित किया गया। वहीं 160 रुपए बोनस दिया जाएगा। वहीं 4620 रुपए प्रति क्विंटल चना का समर्थन मूल्य होगा। 4475 रुपए प्रति क्विंटल मसूर का समर्थन मूल्य तय किया गया है। इसी प्रकार 4200 रुपए प्रति क्विंटल सरसो की खरीदी समर्थन मूल्य पर की जाएगी।

इतने बारदानों की जरूरत

जिले में कुल 18 हजार बारदाना गठान की आवश्यकता है। अभी तक जिले को 15 हजार 700 गठान प्राप्त हो गए हैं। वहीं 2300 गठान आना शेष है। जिले में कुल उपलब्ध रिक्त भंडार क्षमता 4.50 लाख मैट्रिक टन संभावित है। उन्होंने बताया कि जिले में उपार्जन गतिविधियों के सुचारू रूप से संचालन के लिए जिला स्तरीय, अनुविभाग स्तरीय, तहसील स्तरीय समितियों का गठन किया गया है। प्रत्येक उपार्जन केंद्र के लिए नोडल अधिकारियों की नियुक्ति की गई है।

तकनीकी त्रुटि के कारण नहीं हुई खरीदी

जिले में पिछले तीन दिनों से पोर्टल की तकनीकी त्रुटियों के कारण खरीदी शुरू नहीं हो सकी थी। वहीं समितियों द्वारा केंद्रों पर व्यवस्था नहीं करने के कारण खरीदी प्रभावित रही। शुक्रवार को 40 किसानों से 800 क्विंटल उपज खरीदी गई। वहीं शनिवार और रविवार को अवकाश के कारण खरीदी नहीं होगी। अब सोमवार से खरीदी होगी।

 

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स्रोत: नई दुनिया