उत्तर गुजरात में इन दिनों टिड्डियां कहर बरपा रही हैं। 2019 की शुरूआत से ही टिड्डियों के दल पाक की तरह से राजस्थान-गुजरात राज्यों के सीमावर्ती क्षेत्रों में पहुंचते रहे हैं। सरकार ने जब हजारों हेक्टेयर फसलों पर कीटनाशक दवाओं का छिड़काव कराया, तो टिड्डी दल में कमी आई। हालांकि, कुछ ही महीनों बाद फिर टिड्डियां आने लगीं। अब बनासकांठा, साबरकांठा, महेसाणा और पाटणं जिलों में कोहराम मचा हुआ है। 10 हजार एकड़ से ज्यादा भूमि पर फसलें तबाह हो गईं। किसानों को कोई उपाय नहीं सूझ रहा। तमाम कोशिशों के बावजूद टिड्डियां फसलों को चट किए जा रही हैं। ऐसे में गुजरात सरकार ने पीड़ित किसानों के लिए सहायता पैकेज की घोषणा की है।
बकौल फलदू, उत्तर गुजरात के जिन किसानों को 33 प्रतिशत से अधिक नुकसान हुआ होगा उन्हें दो हेक्टेयर की सीमा में सहायता प्रदान की जायेगी। टिड्डियों के आक्रमण के कारण बनासकांठा एवं पाटण जिला में 25,222 हेक्टेयर क्षेत्र में फसलों को नुकसान हुआ था। इनमें से 17 हजार हेक्टेयर में फसलों को 33 प्रतिशत से भी अधिकस नुकसान हुआ था। इन्हें एसीडीआरएफ के अनुसार 13500 सहायता अदा की जाती है। परन्तु सरकार इसमें 5000 रुपये अपनी तरफ से मिलाकर 18,500 रुपये अदा करेगी।
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स्रोत: वन इंडिया