गेहूं की कटाई के लिए कम्बाइन मशीन के साथ रहेंगे तीन श्रमिक

April 04 2020

गेहूं की अधिकांश फसल पक चुकी है लेकिन लॉकडाउन के चलते गेहूं कटाई के लिए श्रमिक नहीं मिल पा रहे हैं। ऐसे में जिला प्रशासन व कृषि विभाग ने किसानों को राहत देते हुए कम्बाइन मशीन से गेहूं कटाई की छूट दी है। कम्बाइन मशीन में चालक और तीन श्रमिक मौजूद रहेंगे। कृषि कार्य के बाद कम्बाइन मशीन व श्रमिकों को सैनिटाइज किया जाएगा।

ऊधमसिंह नगर में इस वर्ष करीब एक लाख हेक्टेयर कृषि भूमि में गेहूं की खेती की गई है। एक अप्रैल से रबी विपणन सत्र शुरू हो चुका है लेकिन गेहूं कटाई के लिए श्रमिक नहीं मिल रहे हैं। 14 अप्रैल तक लॉकडाउन को देखते हुए जिला प्रशासन व कृषि विभाग ने किसानों को गेहूं काटने के लिए कम्बाइन मशीन का इस्तेमाल करने की अनुमति दे दी है। साथ ही सुबह सात से दोपहर 12 बजे तक बाजार में कम्बाइन मशीन व ट्रैक्टर के स्पेयर पार्ट की बिक्री की जाएगी। इस बाबत अमर उजाला ने रुद्रपुर के किसानों से बातचीत कर उनकी राय ली।

जिले में अभी गेहूं की फसल पूरी तरह नहीं पकी है लेकिन जिन गांवों में फसल पक चुकी है, वहां गेहूं काटने के लिए कम्बाइन मशीन की अनुमति मिलने से किसानों को राहत मिलेगी। जगदीश सिंह

लॉकडाउन के चलते श्रमिकों के न पहुंचने से बड़े किसानों को सबसे अधिक परेशानी हो रही है। कम्बाइन मशीन से गेहूं कटाई की सुविधा तो होगी, लेकिन अधिक नमी वाले गेहूं को नुकसान होगा। पूरन चंद्र कांडपाल

जिन किसानों के खेत बहुत दूर अथवा वहां जाने के लिए रास्ता नहीं है, ऐसे किसानों को कम्बाइन मशीन का अधिक फायदा नहीं होगा। रुद्रपुर के कुछ गांवों में खेतों के लिए सीधे रास्ते नहीं हैं।

राजेंद्र मौर्या

कम्बाइन मशीन के साथ तीन श्रमिकों की मौजूदगी से लॉकडाउन के चलते गेहूं की कटाई प्रभावित नहीं होगी। इससे गांवों में श्रमिकों के न पहुंचने से गेहूं कटाई का संकट भी दूर होगा।

अरविंद

गेहूं कटाई शुरू, सरकारी खरीद केंद्र खोलने की मांग

क्षेत्र में गेहूं की फसल पककर तैयार हो गई है। कई किसानों ने अपनी फसल को काटना शुरू कर दिया है। किसान फसलों को काटने के बाद अभी गेहूं अपने घरों पर स्टॉक कर रहे हैं।

हर साल एक अप्रैल से क्षेत्र में गेहूं खरीद केंद्र खुल जाते हैं और गेहूं की आवक भी शुरू हो जाती थी। इस बार कोरोना के चलते न तो गेहूं की सही तरीके से कटाई शुरू हो सकी और न ही अभी तक क्षेत्र में तौल कांटे ही लगे। बृहस्पतिवार को शक्तिफार्म क्षेत्र की जिला पंचायत सदस्य अनिमा सिंह के पति रविंद्र सिंह ने एसडीएम गौरव कुमार को ज्ञापन सौंपा। उन्होंने बताया कि कई किसानों ने गेहूं घरों में स्टॉक करना भी शुरू कर दिया है। उन्होंने एसडीएम से खरीद केंद्र जल्द चालू कराने की मांग की। एसडीएम ने बताया कि शासन से फसल कटान चालू कराने और तोल केंद्र खोलने का आदेश हो गया है। जल्द ही सहकारिता विभाग, मंडी, एसएमआई व अन्य विभागीय अधिकारियों के साथ बैठक कर निर्णय लिया जाएगा। 

लॉकडाउन के चलते गेहूं की फसल समेटने में जुटे किसान

लॉकडाउन के चलते किसान अपने निजी संसाधनों से रबी की फसल समेट रहा है। ग्रामीण क्षेत्र का किसान अभी भी इस संशय में है कि वह कंबाइन की अनुमति कैसे लेगा। कृषि कार्य को लॉकडाउन के बाहर रखा गया है। आपसी दूरी एवं बचाव संबंधी मास्क आदि की व्यवस्था किसान को करनी है।

इधर किसान आयोग उपाध्यक्ष राजपाल सिंह ने किसानों से आह्वान किया है कि वह कोरोना से बचाव को ध्यान में रखते हुए अपनी फसल समेटें। उन्होंने शासन-प्रशासन से मांग की है कि लॉकडाउन के चलते भोजन के पैकेट और राशन वितरण व्यवस्था पर नियंत्रण रखा जाएगा। इसकी अभी इतनी जरूरत नहीं है। उधर उत्तराखंड बीज एवं प्रमाणीकरण अध्यक्ष राजवीर सिंह ने कहा कि जनता को बिना घबराहट के कोरोना से बचाव के तरीके अपनाने हैं। जरूरतमंदों को शासन एवं जन सहयोगी संस्थाओं और संगठनों की ओर से जरूरत पर पूरा सहयोग दिया जाएगा।


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स्रोत: अमर उजाला