कोरबा के जंगल में मिला खास औषधीय पौधा, होगा कैंसर का उपचार

October 14 2019

छत्तीसगढ़ के कोरबा के जंगलों में विज्ञान विशेषज्ञों की टीम ने एक खास पौधे दहीमन की खोज की है, उन्हें मिले दहीमन के पौधे की विशेषता इसकी छाल से मिलने वाले ईथेनालिक एक्सट्रैक्ट होती है. यह पौधा इसीलिए भी बेहद ही खास है क्योंकि इसके अंदर एंटीफंगल एंटीमाइक्रोबियल और एंटी कैंसर तत्व पाए जाते है. दहीमन की खोज के लिए घने जंगलों से होते हुए प्राणीशास्त्र, वनस्पतिशास्त्र एवं फॉरेस्ट्री समेत विज्ञान के विभिन्न विभागों के वैज्ञानिकों ने एक पैदल लंबी यात्रा की है. उन्होंने दहीमन की विशेषता समेत कई चीजों पर रिसर्च किया है और छाल से मिलने वाले ईथेनालिक एक्सट्रैक्ट होती है.

कोबरा सर्प की प्रजाति है खास

आज दहीमन के इस पौधे की छाल में मौजूद ईथेनालिक एक्सट्रैक्ट में से नाजा यानी कोबरा प्रजाति के सर्पो के विष के लिए एंटी वेनम बनाने पर अभी शोध कार्य चल रहा है. दहीमन का पौधा चोट को सुखाने  के अलावा सर्पदंश और नशे को उतारने में भी कारगार है. वहीं ग्रामीणों का कहना है कि जिस घर पर शराब बन रही होती है तो उसकी डाल पर अगर छप्पर डाल दी जाए तो शराब नहीं पकती है. दहीपलाश नाम के इस पेड़ का वैज्ञानिक नाम कार्डिया मेकलियाडी है, एंटी एलरगेसिक, एंटी वेनम, एंटी ऑक्साइड और एंटी माइक्रो बैक्टीरियल गुणों से भरपूर है, इसके पेड़ की पत्तियां, छाल, जड़ का उपयोग कई तरह की बीमारियों से बेहतर है.

 

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स्रोत: कृषि जागरण