राज्य सरकार ने कृषि के साथ उद्यानिकी और खाद्य प्रसंस्करण के क्षेत्र में किसानों और बेरोजगार युवाओं के लिए आर्थिक मदद का मार्ग और प्रशस्त कर दिया है। इस कारण यह क्षेत्र प्रदेश के किसानों और नौजवानों के लिए अतिरिक्त आय का सशक्त माध्यम बन गए हैं। उद्यानिकी और खाद्य प्रसंस्करण के कारोबार को अपनाने से बेरोजगार युवक भी स्वावलम्बी बन रहे हैं।
उद्यानिकी आयुक्त ने यह जानकारी भी दी कि प्रदेश में खाद्य प्र-संस्करण की सम्भावनाओं को देखते हुए इस वर्ष से होशंगाबाद, हरदा एवं बैतूल जिले में 1000 एकड़ में आम की तोतापरी किस्म का रोपण किया जा रहा है। इसमें किसानों के प्रक्षेत्रों पर 56 हजार रूपये प्रति एकड़ अनुदान सहायता प्रदान कर पौधा-रोपण की विशेष योजना लागू की गई है। इस योजना को अगले वर्ष अन्य जिलों में भी विस्तार दिया जाएगा। इस किस्म के आम पौधा-रोपण से किसानों को एक से डेढ़ लाख रूपये प्रति एकड़ तक आय प्राप्त होगी, वहीं प्रदेश में आम प्र-संस्करण की औद्योगिक इकाइयों की स्थापना से रोजगार को बढ़ावा भी मिलेगा। साथ ही प्रदेश में इस वर्ष से मुख्यमंत्री खाद्य प्र-संस्करण योजना लागू की गई है।
इस खबर को अपनी खेती के स्टाफ द्वारा सम्पादित नहीं किया गया है एवं यह खबर अलग-अलग फीड में से प्रकाशित की गयी है।
स्रोत: कृषक जगत