इस साल जोरदार बारिश की उम्मीद, भारतीय मौसम विभाग ने की ये भविष्यवाणी

March 29 2019

इस साल देश में जोरदार बारिश हो सकती है. भारत के मौसम विभाग (India Meteorological Department) ने अलनीनो को लेकर दुनिया भर की एजेंसियों की आशंकाओं को सिरे से खारिज कर दिया है. इससे पहले अमेरिका और ऑस्ट्रेलिया समेत कई देशों की मौसम एजेंसियों समेत भारत में स्काईमेट ने भी मानसून की चाल पर अलनीनो के असर की आशंका जताई थी.

भारत मौसम विभाग के महानिदेशक के.जे रमेश ने साफ तौर पर कहा है कि इस साल अच्छी बारिश हो सकती है. हालांकि उन्होंने ये भी कहा है कि फिलहाल मानसून के पैटर्न के बारे में कुछ बोलना जल्दबाजी होगी. लेकिन अलनीनो के मुद्दे पर उन्होंने कहा कि कोई भी अभी तक मजबूत अलनीनो की बात नहीं कर रहा. सवाल ये है कि क्या हालात फिर से बदलने लगे हैं.

क्या है अच्छा मानसून

सामान्य, औसत या फिर अच्छे मानसून का मतलब है कि 50 साल की लंबी अवधि के औसत का लगभग 96 फीसदी से 104 फीसदी बारिश का होना. 50 साल में औसत बारिश चार महीनों के मानसून के दौरान 89 सेंटीमीटर अथवा 35 इंच बारिश है. अच्छे मानसून की यह परिभाषा मौसम विभाग द्वारा दी गई है. वहीं 90 फीसदी से कम बारिश देश में सूखे की स्थिति रहती है.

इकोनॉमी पर मानसून का असर

मानसून का सीधा असर ग्रामीण आबादी पर पड़ता है. मानसून सामान्य और अच्छा रहने से ग्रामीण इलाकों में लोगों की आय बढ़ती है, जिससे मांग में भी तेजी आती है. ग्रामीण इलाकों में आय बढ़ने से इंडस्ट्री को भी फायदा मिलता है.

बैंकिंग को मिलेगी मजबूती

अच्छे मानसून से देश में बैंकिंग व्यवस्था को मजबूती मिलती है. देश में ज्यादातर किसान खरीफ फसल के लिए कर्ज की व्यवस्था सरकारी, को-ऑपरेटिव अथवा ग्रामीण बैंकों से करते हैं. मानसून बेहतर होने की स्थिति में इन बैंकों को कर्ज पर दिया पैसा वापस मिलने की गारंटी हो जाती है और उन्हें अपने एनपीए को काबू करने में मदद मिलती है. वहीं किसानों की बढ़ी आमदनी से भी बैंकों को अपनी ग्रामीण शाखाओं के खाते में अच्छी सेविंग्स मिलती है जिससे गैर-कृषि क्षेत्र को नया कर्ज देने का काम आसान हो जाता है.

 

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स्रोत: न्यूज़ 18 हिंदी