इन किसानों की तारीफ तो बनती है! कोरोना से लड़ने के लिए सरकार को दे रहे हैं पैसा, कायम की नई मिसाल

April 22 2020

अनाज उत्पादन करने वाले प्रमुख राज्यों में शामिल हरियाणा (Haryana) के किसानों (Farmers) ने नई मिसाल कायम की है. जहां देश भर के किसान लॉकडाउन में सरकार से पैसा मांग रहे हैं वहीं हरियाणा में उल्टे किसान कोरोना फंड में अपनी बचत में से आर्थिक मदद दे रहे हैं.  कृषि एवं किसान कल्याण विभाग हरियाणा के मुख्य सचिव संजीव कौशल ने बताया कि कोरोना राहत कोष (Haryana Corona Relief Fund) में 161 सरसों उत्पादक किसानों ने 1,94,819 रुपये जबकि 44 गेहूं उत्पादक किसानों ने 1,97,151 रुपये का योगदान दिया है. उधर, मंगलवार को बावल अनाज मंडी में भी किसानों ने पौने दो लाख रुपये से अधिक फंड में दिए. यह आंकड़ा लगातार बढ़ रहा है.

इस वक्त राज्य सरकारें भी जनता से कोरोना कोष में पैसा देने की अपील कर रही है ताकि इस संकट से उबारने में मदद मिल सके. इसके लिए जवानों ने भी पैसा दिया है तो फिर किसान कैसे पीछे रहते. हरियाणा के किसानों ने इस कोष में पैसा देना शुरू किया है. उम्मीद है इससे और लोग भी प्रेरित होंगे. राष्ट्रीय किसान महासंघ के संस्थापक सदस्य विनोद आनंद ऐसे किसानों की तारीफ की है जिन्होंने अपनी खुद की तमाम समस्याओं से लड़ते हुए भी संकट की इस घड़ी में कोरोना से लड़ने के लिए मदद दी है.

एक ही मंडी से एक दिन में मंत्री को दिए इतने रुपये 

उधर, मंगलवार को रेवाड़ी की बावल मंडी में 16 किसानों ने अनाज मंडी में पहुंचे हरियाणा के सहकारिता मंत्री डॉ. बनवारी लाल को 1 लाख 85 हजार रुपये से अधिक की रकम चेक के माध्यम से सौंपी. किसान हरकेश कुमार पावटी ने 51 हजार, नरेश कुमार बावल ने 31 हजार, मास्टर शिवनारायण ने 13100 रुपये, ब्रहाप्रकाश चांदूवास, हेमंत कुमार बावल, अमर सिंह महलावत, उदय सिंह बावल व धर्मवीर अलावलपुर ने 11-11 हजार रुपये के चेक दिए.

इसी तरह मंडी में अपना गेहूं और सरसों बेचने आए हीरालाल पनवाड़, परमजीत बावल, ईश्वर सिंह चनीजा, अभय सिंह सुठाना, राजेश कुमार, ईश्वर प्राणपुरा ने 5100-5100 और मीरसिंह रणसी ने 2100 रुपये का चेक दिया. मंत्री ने इसके लिए सभी किसानों की तारीफ की.

पहले दिन 94264 मिट्रिक टन गेहूं खरीदा गया  

संजीव कौशल ने बताया कि गेहूं खरीद शुरू होने के पहले दिन 9729 किसान खरीद केंद्रों पर पहुंचे. इन किसानों से खरीद एजेंसियों ने कुल 94264.78 मीट्रिक टन गेहूं की खरीद की गई. बता दें कि हरियाणा में गेहूं खरीद के लिए 1800 से अधिक केंद्र बनाए गए हैं. इन पर 12 हजार से अधिक कर्मचारियों को तैनात किया गया है.

किसानों के लिए खास इंतजाम 

कोविड-19 को देखते हुए सरकार कोशिश कर रही है कि खरीद केंद्रों पर सोशल डिस्टेंसिंग बनी रहे. खरीद केंद्रों पर मास्क, थर्मल स्कैनर और सैनिटाइजर का उपयोग किया जा रहा है ताकि कोई किसान इससे संक्रमित न हो. इसके लिए किसानों को फोन पर एसएमएस (SMS) भेजकर उन्हें बारी-बारी से मंडी बुलाया जा रहा है ताकि भीड़ न हो.

‘मेरी फसल-मेरा ब्यौरा’ पर सात लाख से अधिक लोग 

कृषि एवं किसान कल्याण और सहकारिता विभाग हरियाणा के अतिरिक्त मुख्य सचिव ने बताया कि ‘मेरी फसल-मेरा ब्यौरा’ पोर्टल पर गेहूं के लिए रजिस्टर्ड किसानों की संख्या 7 लाख से अधिक होकर 73 प्रतिशत के आंकड़े को पार कर गई है. आगे रजिस्ट्रेशन के लिए पोर्टल को खुला रखा गया है ताकि अधिक से अधिक किसान इससे जुड़कर सकें.


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स्रोत: न्यूज़ 18 हिंदी