इंदौर में नहीं होगी दूध, सब्जी और फल की किल्लत

May 29 2019

किसानों की दो लाख रुपए कर्ज माफी नहीं होने के विरोध में भारतीय किसान यूनियन व राष्ट्रीय किसान मजदूर संघ ने 29 से 31 मई तक आंदोलन की घोषणा की है। हालांकि इसे लेकर जिले में अब तक आंदोलन की स्थिति स्पष्ट नहीं हो पाई है। ऐसे में शहर में मंडी सहित दूध, सब्जी फल आदि की किल्लत नहीं रहेगी।

प्रदेश स्तर पर की गई किसानों की घोषणा के बाद मंडियों में हलचल है। आंदोलन की सुगबुगाहट को देखते हुए लोगों ने पहले ही फल, दूध व सब्जी खरीद ली है। जिले में पुलिस व प्रशासन भी तैयार है। पिछली बार हुए किसान आंदोलन में मंदसौर के बाद देवास में सबसे ज्यादा हिंसा हुई थी, जिसमें चलती बसों और ट्रकों को फूंक दिया गया था और कई थाने और चौकियां भी जला डाली थीं।

भारतीय किसान यूनियन और राष्ट्रीय किसान मजदूर संघ ने घोषणा की थी कि वे 29 मई से आंदोलन पर रहेंगे। इस दौरान गांव से आने वाले फल, सब्जी, दूध और अन्य सामग्री को वहीं पर रोक दिया जाएगा। पिछले आंदोलनों से सबक लेने के बाद प्रशासन सतर्क है। अब तक इंदौर जिले में आंदोलन को लेकर किसानों की तैयारी नहीं दिख रही है। भारतीय यूनियन के जिला अध्यक्ष बबलू जाधव के मुताबिक संगठन भोपाल स्तर पर ही आंदोलन कर रहा है। किसान दूध, सब्जी व फल लेकर मंडी में आएंगे।

इसलिए कर रहे आंदोलन

आंदोलन की घोषणा के तहत राष्ट्रीय किसान मजदूर महासंघ ने मांग की थी कि दो लाख तक के कर्जदार किसानों का कर्ज माफ किया जाए, मंडी उपज का नकद भुगतान किया जाए, मंडी में पैसा लेकर भाग रहे व्यापारियों पर सख्ती करें, सोयाबीन की भावांतर राशि किसानों के खाते में डालें।

 

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स्रोत: नई दुनिया