ਖੇਤੀਬਾੜੀ

ਜਲਵਾਯੂ
-
Temperature
21-26°C -
Rainfall
45-75cm -
Sowing Temperature
20-21°C -
Harvesting Temperature
30-31°C
-
Temperature
21-26°C -
Rainfall
45-75cm -
Sowing Temperature
20-21°C -
Harvesting Temperature
30-31°C
-
Temperature
21-26°C -
Rainfall
45-75cm -
Sowing Temperature
20-21°C -
Harvesting Temperature
30-31°C
-
Temperature
21-26°C -
Rainfall
45-75cm -
Sowing Temperature
20-21°C -
Harvesting Temperature
30-31°C
ਮਿੱਟੀ
यह गहरी चिकनी काली मिट्टी और चिकनी दोमट मिट्टी में अच्छी पैदावार देती है| यह ज्यादा बारिश वाले क्षेत्रों में बढ़िया पैदावार देती है| इसके लिए मिट्टी का pH 5.0-7.0 होना चाहिए|
ਪ੍ਰਸਿੱਧ ਕਿਸਮਾਂ ਅਤੇ ਝਾੜ
ਖੇਤ ਦੀ ਤਿਆਰੀ
खेत की दो से तीन बार जोताई करें। उसके बाद मिट्टी को अच्छे से भुरभुरा करने के लिए हैरो से दो से तीन बार जोताई करें।
ਬਿਜਾਈ
ਬੀਜ
ਖਾਦਾਂ
खादें (किलोग्राम प्रति एकड़)
UREA | SSP | MOP | |
Rainfed areas | 35 | 50 | - |
Irrigated areas | 80 | 75 | - |
तत्व (किलोग्राम प्रति एकड़)
NITROGEN | PHOSPHORUS |
POTASH | |
Rainfed areas | 16 | 7 | - |
Irrigated areas | 36 | 12 | - |
ਨਦੀਨਾਂ ਦੀ ਰੋਕਥਾਮ
ਸਿੰਚਾਈ
बिजाई के बाद और जब फूल बीज में बदलने लग जाएं, तब सिंचाई करना जरूरी होता है| सिंचाई की आवृत्ति जलवायु की स्थिति और मिट्टी की किस्म पर निर्भर करती है।
ਪੌਦੇ ਦੀ ਦੇਖਭਾਲ

- हानिकारक कीट और रोकथाम

- बीमारियां और रोकथाम

ਫਸਲ ਦੀ ਕਟਾਈ
फसल 130-150 दिनों में पक जाती है। पत्तों के गिरने परऔर फल के पूरी तरह भूरे होने पर कटाई की जाती है। यह कटाई के लिए उचित समय होता है।
ਕਟਾਈ ਤੋਂ ਬਾਅਦ
कटाई के बाद, बंडलों को थ्रेशिंग वाले स्थान पर 4-5 दिन सूखने के लिए रखें| थ्रेशिंग फसल को लठों से कूटकर या फसल के ऊपर बैलगाड़ी को चला कर की जा सकती है|