सोलर पॉवर फेंसिंग से करें फसल की सुरक्षा

December 15 2017

 रायपुर। खेतों में जंगली जानवर अक्सर झुंड में आते हैं और खड़ी फसल को बरबाद कर जाते हैं। कुछ खाते हैं और कुछ बिगाड़ जाते हैं। इनमें नीलगाय, बंदर, सुअर हाथी जैसे अनेक जंगली जानवर हैं। जिनसे फसल बचाने के लिए खेतों के चारों तरफ सोलर पॉवर फेंसिंग लगाना अच्छा उपाय है। यह किफायती और सुरक्षित है। क्योंकि पॉवर फेंसिंग से जानवरों को केवल तेज झटका लगता है। इसमें जानवरों के मरने का कोई खतरा नहीं होता है। सोलर फेंसिंग के लिए खेत के चारों ओर खंभे लगाये जाते हैं। इन पर तारों की बाड़ लगाई जाती है। जैसे नीलगाय व सुअर के लिए 5 तार लगाए जाते हैं। सोलर पॉवर फेंसिंग में सोलर प्लेट लगाई जाती है। जिससे बैटरी चार्ज होती है। बैटरी को पॉवर फेज के ड्रोलर से जोड़ा जाता है, फिर उसके द्वारा तारों में डीसी करेंट छोड़ा जाता है जो कि बहुत ही कम समय के लिए आता-जाता रहता है। तार के संपर्क में आने पर जानवरों को तेज झटका लगता है और वे डरकर वहां से भाग जाते हैं। जानवर इस करंट से मरते नहीं है।

एक बार बैटरी चार्ज होने पर 48 घंटे तक मशीन चालू रहती है। बैटरी लगभग 2 साल तक चलती है जो 12 वोल्ट की होती है। उसके बाद बैटरी बदलने का कुल खर्च मात्र 700-800 रुपये ही आता है। अगर कोई चोर या जानवर खेत में बार-बार घुसने की कोशिश करेगा तो उसमें लगा अलार्म भी बजेगा इसे सुनकर किसान तुरंत चौकन्ना हो जायेगा।

लगाई गई फेंसिंग के नीचे उगे पेड़-पौधों को काटते रहे नहीं तो उनके छूने से भी बार-बार अलार्म बजेगा और बैैटरी जल्दी डिस्चार्ज होगी।

 

अधिक जानकारी के लिए श्री आशीष कुमार से मो. नं. 8308742050, 9860327779 पर संपर्क करें |

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