बड़ा आसान है असली और नकली फर्टिलाइजर में पहचान करना, जानें क्या है तरीका

November 18 2021

भारत में कृषि की पैदावार को बढ़ाने के लिए बड़े पैमाने पर फर्टिलाइजर का उपयोग किया जाता है। हालांकि देश के कुछ हिस्सों में खाद को लेकर काफी कमी देखने को मिलती है। इस कारण किसानों को घंटों लाइनों में खड़े होकर रासायनिक खाद को खरीदना पड़ता है। कई बार शॉर्टेज के चलते उनको फर्टिलाइजर मिल भी नहीं पाता, जिसका सीधा असर उनकी खेती की पैदावार पर पड़ता है। हालांकि इस चीज का फायदा उठाकर कुछ लोग रासायनिक खाद में मिलावट करके किसानों को नकली खाद बेच देते हैं। इस कारण किसानों को नुकसान का सामना करना पड़ता है। इसी कड़ी में आज हम आपको एक ऐसी खास विधि के बारे में बताने वाले हैं, जिसकी सहायता से आप फर्टिलाइजर की गुणवत्ता के बारे में जान सकते हैं। इस विधि की मदद से आपको पता चल जाएगा कि कौन सी खाद असली है और कौन सी नकली?

आजकल बड़े पैमाने पर नकली खाद को बनाने का धंधा चल रहा है। बीते कुछ सालों के दौरान पुलिस ने अपनी छापेमारी में ऐसी कई फैक्ट्रियों को पकड़ा है, जो नकली खाद बनाने का गोरख धंधा कर रही थीं। इस कारण जब भी आप बाजार में फर्टिलाइजर को खरीदने के लिए जाएं, तो उस वक्त आपको कई बातों का ध्यान रखना चाहिए।

असली और नकली खाद के विषय में आप बड़ी आसानी से जान सकते हैं। खाद को खरीदते वक्त उसके दानों को हाथों में लेकर उसके बारे में काफी कुछ जाना जा सकता है। इसके लिए आपको डीएपी के बारे में समझना होगा। डीएपी सख्त, दानेदार, भूरे और काले रंग का होता है। अगर आप इसे अपने नाखूनों से तोड़ने की कोशिश करते हैं, तो ये आसानी से नहीं टूटता है।

इनके दानों को चूने से रगड़ने पर बड़ी बुरी गंध आती है। वहीं अगर इन्हें प्लेट पर गर्म किया जाए तो डीएपी के दाने फूल जाते हैं। इस प्रक्रिया की मदद से आप खाद की गुणवत्ता के बारे में पता लगा सकते हैं।

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स्रोत: Amar Ujala