कृषि योजनाओं का व्यापक प्रचार करने सभापति तारिणी चंद्राकर ने दिया निर्देश

August 07 2021

जिला स्तरीय कृषि स्थायी समिति की बैठक में जिला पंचायत की कृषि विभाग की सभापति तारिणी चन्द्राकर ने कृषि से संबंधित योजनाओं का प्रचार कर अधिक से अधिक किसानों को लाभ दिलाने पर जोर दिया। जिला पंचायत के सभाकक्ष में उन्होंने कहा कि राज्य सरकार के द्वारा किसानों के लिए अनेक योजनाएं बनाई गयी है। इन योजनाओं की किसानों को जानकारी होना जरूरी है, तभी वे लाभ उठा सकेंगे। पंचायत स्तर पर योजनाओं का प्रचार करने निर्देशित किया। बैठक में जिला पंचायत अध्यक्ष कांति सोनवानी, सीईओ प्रियंका महोबिया, सदस्य गोविन्द साहू, मनोज साक्षी की उपस्थित थे। कृषि उप संचालक जीएल कौशल ने विभाग को खरीफ में प्राप्त क्षेत्राच्छादन के लक्ष्य पूर्ति की जानकारी दी।

वर्तमान में धान, मक्का एवं अन्य फसलों के क्षेत्राच्छादन पर विस्तार से चर्चा की गई। दलहन, तिलहन के क्षेत्र विस्तार की भी जानकारी दी। सभापति तारिणी चन्द्राकर ने मिनीकिट वितरण एवं अरहर के मूल्य संबंधी जानकारी चाही, तब उप संचालक कृषि ने कहा कि बीजों का वितरण ग्रामीण कृषि विस्तार अधिकारियों के माध्यम से किया जाता है। जिला पंचायत सदस्य मनोज साक्षी द्वारा प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि अंतर्गत जिले के लाभान्वित कृषकों की जानकारी उपलब्ध कराने कहा, उप संचालक कृषि द्वारा प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना, खाद, बीज भंडारण वितरण की जानकारी दी गई।

कांति सोनवानी ने जिले में सुगंधित धान उत्पादन करने वाले कृषकों की जानकारी ली।सभापति तारिणी चन्द्राकर ने निर्देश दिया कि ग्रामीण कृषि विस्तार अधिकारियों के माध्यम से विभागीय योजनाओं का व्यापक प्रचार-प्रसार किया जाए, फसल बीमा संबंधी जानकारी ग्राम पंचायत स्तर पर उपलब्ध कराने हेतु व्यवस्था करने कहा।उद्यानिकी विभाग के सहायक संचालक द्वारा प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना के तहत् स्प्रिंकलर एवं ड्रिप पद्धति, मसाला क्षेत्र विस्तार, सब्जी क्षेत्र विस्तार, सब्जी मिनीकिट के संबंध में विस्तारपूर्वक बताया गया। साथ ही राज्य पोषित योजना, नदी कछार योजना, पोषण बाड़ी योजना एवं वृक्षारोपण के संबंध में जानकारी दी गई।

पशुपालन विभाग द्वारा जिले में कृत्रिम गर्भाधान हेतु 6600 लक्ष्य के विरूद्ध पूर्ति किये जाने के साथ गोठान को प्राथमिकता के क्रम में रखा गया है, सूकर पालन हेतु 25 का लक्ष्य मिला है। सांड वितरण हेतु 12 और देशी गाय 43 का लक्ष्य प्राप्त है। गोठान ग्रामों में 3024 कृत्रिम गर्भाधान हुआ है, जिसके लिये 94 शिविर का आयोजन किया गया।, बकरा वितरण हेतु 44 का लक्ष्य प्राप्त है, जिसमें 4000.00 रुपये अनुदान है। बैठक में सहकारिता, मंडी, जिला विपणन अधिकारी, क्रेडा, जिला सहकारी केन्द्रीय बैंक, प्रक्रिया प्रभारी के अधिकारियों द्वारा विभागीय योजना की जानकारी विस्तार से दी गई।

828 लाख क्विंटल मछली का उत्पादन

बैठक में मछलीपालन विभाग द्वारा जानकारी दी गई की 1050 लाख क्विंटल लक्ष्य के विरूद्ध 828 लाख क्विंटल मछली का उत्पादन किया गया है। राज्य पोषण योजनांतर्गत प्रशिक्षण का लक्ष्य प्राप्त है, परंतु आबंटन अप्राप्त है। मत्स्यपालन कछार योजना के तहत 18 यूनिट का लक्ष्य है, जिसमें 16 यूनिट की पूर्ति की गई है।मछुवारों को 80 जाल का वितरण किया गया है एवं फुटकर मछली उत्पादन हेतु 25 का लक्ष्य प्राप्त है। सभापति तारिणी चन्द्राकर एवं अन्य सदस्यों द्वारा मछली पालन को बढ़ावा देने हेतु ग्राम स्तर पर व्यापक प्रचार-प्रसार हेतु निर्देश दिये गये।

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स्रोत: Nai Dunia