अगले पांच दिनों तक इन राज्यों में होगी भारी बारिश

May 17 2023

मौसम विभाग के अनुसार अगले 24 घंटों के दौरान, अरुणाचल प्रदेश, असम, मेघालय, नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा में हल्की से मध्यम बारिश और कुछ स्थानों पर भारी बारिश होने की आशंका है। वही उत्तर पश्चिमी भारत के हरियाणा, दिल्ली, पश्चिमी उत्तर प्रदेश और राजस्थान के अलग-अलग हिस्सों में 17-18 मई के दौरान धूल भरी आंधी चल सकती है। जबकि पूर्वी बिहार, पश्चिम बंगाल और तटीय ओडिशा के कुछ हिस्सों में गरज और बिजली गिरने के साथ हल्की से मध्यम बारिश होने की आशंका है. इसके अलावा केरल और दक्षिण कर्नाटक में हल्की बारिश से मध्यम बारिश होने की आशंका है।जबकि, पश्चिमी हिमालयी क्षेत्र, पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़, दिल्ली, पश्चिम उत्तर प्रदेश, पूर्वी उत्तर प्रदेश, पश्चिम राजस्थान और पूर्वी राजस्थान के कई इलाकों में अधिकतम तापमान में 2-3 डिग्री सेल्सियस की बढ़ोतरी होने की भी संभावना है. वही ओडिशा और तटीय आंध्र प्रदेश के कुछ हिस्सों में लू चल सकती है।

देशभर का मौसम पूर्वानुमान और चेतावनी

मौसम विभाग के अनुसार अगले 5 दिनों के दौरान पूर्वोत्तर भारत यानी अरुणाचल प्रदेश, असम, मेघालय, नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा में हल्की से मध्यम बारिश और कुछ स्थानों पर भारी बारिश होने की आशंका है। वही, 19 और 20 मई को अरुणाचल प्रदेश के छिटपुट स्थानों पर भारी बारिश की आशंका है। जबकि 17 से 20 मई के दौरान असम, मेघालय, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा में छिटपुट स्थानों पर भारी बारिश की आशंका है।

इसके अलावा, 18 और 19 मई को असम और मेघालय में कुछ जगहों पर भारी बारिश होने की आशंका है। वही उत्तर पश्चिमी भारत के हरियाणा, दिल्ली, पश्चिमी उत्तर प्रदेश और राजस्थान के अलग-अलग हिस्सों में 17-18 मई के दौरान धूल भरी आंधी/धूल उड़ने की संभावना है। इसी प्रकार मध्य भारत के मध्य प्रदेश और विदर्भ के अलग-अलग इलाकों में आज धूल भरी हवाएं चलने की संभावना है।

अधिकतम तापमान पूर्वानुमान और हीट वेव चेतावनियां 

मौसम विभाग के अनुसार, 18 मई से उत्तर पश्चिम भारत यानी पश्चिमी हिमालयी क्षेत्र (जम्मू-कश्मीर, लद्दाख, गिलगित, बाल्टिस्तान, मुजफ्फराबाद, हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड); पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़, दिल्ली, पश्चिम उत्तर प्रदेश, पूर्वी उत्तर प्रदेश, पश्चिम राजस्थान और पूर्वी राजस्थान के कई इलाकों में अधिकतम तापमान में 2-3 डिग्री सेल्सियस की बढ़ोतरी होने की संभावना है। इसके अलावा मध्य भारत यानी पश्चिम मध्य प्रदेश, पूर्वी मध्य प्रदेश, विदर्भ और छत्तीसगढ़ के कई इलाकों में भी अधिकतम तापमान में 2-3 डिग्री सेल्सियस की बढ़ोतरी होने की संभावना है। वही भारत के बाकी इलाकों में कोई महत्वपूर्ण बदलाव नहीं होगा।

मॉनसून 2023 के आने में होगी देरी

भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने मंगलवार को कहा कि केरल के ऊपर दक्षिण-पश्चिम मानसून की शुरुआत में थोड़ी देरी होने की उम्मीद है और इसके 4 जून तक आने की संभावना है। दक्षिण-पश्चिम मानसून सामान्य रूप से लगभग 7 दिनों के मानक विचलन के साथ 1 जून को केरल में प्रवेश करता है। मौसम विभाग ने कहा, "इस साल, केरल में दक्षिण-पश्चिम मानसून की शुरुआत में थोड़ी देरी होने की संभावना है। केरल में मानसून की शुरुआत 4 जून को 4 दिनों की देरी के साथ होने की संभावना है." केरल में मानसून पिछले साल समय से पहले पहुंचा था। गौरतलब है कि देश की अधिकांश कृषि बारिश आधारित है जिसमें मॉनसून की बरसात बेहद मायने रखती है। देश की 52 फीसद खेती इसी मॉनसून के बारिश पर आधारित है। ऐसे में मॉनसून में देरी या बारिश में कमी बड़े भूभाग पर खेती को प्रभावित कर सकती है।

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स्रोत: किसान तक