रबी बोनी 514 लाख हेक्टेयर के पार

December 25 2017

 नई दिल्ली/भोपाल। इस वर्ष रबी फसलों की बुवाई गत वर्ष की तुलना में तेजी से चल रही है। कृषि मंत्रालय भारत सरकार के अनुसार अब तक 514 लाख हेक्टेयर में बोनी कर ली गई है जबकि गत वर्ष इस अवधि में 509 लाख हेक्टेयर में बोनी की गई थी। हालांकि गेहूं की बुवाई अब तक लगभग 5 लाख हेक्टेयर कम है। परंतु अन्य फसलें अधिक रकबे में बोई गई हैं।

इसमें गेहूं 245.50 लाख हेक्टेयर में, चावल 12.88 लाख हेक्टेयर, दालें 138.19 लाख हेक्टेयर, मोटा अनाज की बोनी 46.93 लाख हेक्टेयर में की गई है और 70.73 लाख हेक्टेयर में तिलहनों की बुवाई की गई।

प्रदेश में चने की बुवाई बढ़ी

मध्य प्रदेश में कम वर्षा की स्थिति के कारण इस वर्ष कुल रबी फसलों के रकबे में कमी की गई है। परंतु इसमें चना फसल का रकबा बढ़ाया गया है। अब तक चने की बोनी 33 लाख हेक्टेयर से अधिक रकबे में कर ली गई है। जबकि लक्ष्य 38.38 लाख हेक्टेयर रखा गया है। दलहनी फसलों का बेहतर मूल्य मिलने के कारण किसान विगत दो-तीन वर्षों से इसकी तरफ आकर्षित हुए है। अब तक राज्य में कुल रबी फसलें 92.64 लाख हेक्टेयर में बोई गई हैं।

प्राप्त जानकारी के मुताबिक इस वर्ष गत वर्ष की तुलना में रबी का रकबा लगभग 5 लाख हेक्टेयर कम किया गया है। इसमें चने का रकबा बढ़ाया गया है। गत वर्ष 33.22 लाख हेक्टेयर में चना बोया गया था। जबकि इस वर्ष 38.38 लाख हेक्टेयर में लेने का लक्ष्य है। इसके विरूद्ध 33.53 लाख हेक्टेयर में बोनी कर ली गई है। वहीं गेहूं की बोनी 49.06 लाख हेक्टेयर लक्ष्य के विरूद्ध अब तक 39.21 लाख हेक्टेयर में की गई है। जबकि गत वर्ष इस अवधि में 42.39 लाख हेक्टेयर में गेहूं बोया गया था।

प्रदेश में अब तक दलहनी फसलें 42.65 लाख हे. में बोई गई हैं इसमें चने के अलावा मटर 2.83 लाख हे. में, मसूर 5.77 लाख हे. में एवं अन्य दलहनी फसलें 52 हजार हेक्येटर में बोई गई हैं। राज्य में तिलहनी फसलों की बुवाई अब तक 8.96 लाख हेक्टेयर में की गई है। इसमें मुख्यत: सरसों 7.39 लाख हेक्टेयर में बोई गई है। अन्य तिलहनी फसलों की बोनी 1.57 लाख हेक्टेयर में की गई है।

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