ये हैं बेहतरीन कृषि ड्रोन जिस पर मिल सकती है 100% की सब्सिडी

July 07 2022

भारत की अर्थव्यवस्था मुख्य रूप से कृषि पर आधारित है. अधिकांश ग्रामीण परिवारों के लिए, कृषि उनकी आय का प्राथमिक स्रोत बनी हुई है. कृषि उत्पाद जो भारत के निर्यात का एक बड़ा हिस्सा है, देश की अर्थव्यवस्था में भी महत्वपूर्ण योगदान देता है. भारत में कृषि के क्षेत्र में तकनीक विकास को बढ़ावा देने के लिए सरकार कृषि ड्रोन योजना चला रही है, जिसकी खरीद पर किसानों को सब्सिडी भी दी जा रही है. यदि आप भी इस योजना से वंचित हैं और इसका लाभ उठाना चाहते हैं तो जानें कौन से कृषि ड्रोन है जो आपके लिए बेहतरीन साबित होंगे.
ड्रोन पर मिलने वाली सब्सिडी (Subsidy on agri drone)
सरकार कृषि ड्रोन की खरीद पर अनुसूचित जाति-जनजाति, लघु और सीमांत, महिलाओं एवं पूर्वोत्तर राज्यों के किसानों को ड्रोन लागत की 50 प्रतिशत या अधिकतम 5 लाख रुपए की सहायता राशि दे रही है. अन्य किसानों को 40 प्रतिशत अथवा अधिकतम 4 लाख रु. की सहायता राशि के तौर पर दी जा रही है. तो वहीं कृषि मशीनरी प्रशिक्षण और परीक्षण संस्थानों, आईसीएआर (ICAR) संस्थानों, कृषि विज्ञान केंद्रों और राज्य कृषि विश्वविद्यालयों को ड्रोन की खरीद पर 100 प्रतिशत सब्सिडी देने का ऐलान सरकार पहले ही कर चुकी है.
टॉप बेहतरीन कृषि ड्रोन (Top best agri drone)
मोड 2 कार्बन फाइबर कृषि ड्रोन (Mode 2 Carbon Fiber Agricultural drone ) इस कृषि ड्रोन के मॉडल का नाम केसीआई हेक्साकॉप्टर (Kci Hexacopter) है, इसमें 10 लीटर तक तरल पदार्थ (जैसे किटनाशक) का भार उठाने की क्षमता है. इसमें एनालॉग कैमरे की तकनीक है, भारत में इसकी कीमत 3.6 लाख रूपए है.
S550 स्पीकर ड्रोन (S550 Speaker Drone) इसकी क्षमता 10 लिटर कृषि छिड़काव करने की है, इसकी कीमत 4.5 लाख रूपये है. इस पर जीपीएस आधारित प्रणाली है तथा ग्राउंड कंट्रोल स्टेशन है, इसकी वॉटर प्रूफ बॉडी होने की वजह से इसे बारिश में भी चलाया जा सकता है और इसका सेंसर बाधा आने से पहले ही अलर्ट कर देता है.
केटी-डॉन (Kt-don) ड्रोन दिखने में काफी बड़ा है, जिसमें 10 लीटर से लेकर 100 लीटर तक भार झेलने की क्षमता है, इसमें क्लाउड इंटेलिजेंट मैनेजमेंट है, जिसे मैप प्लानिंग फंक्शन और हैंडहेल्ड स्टेशन के साथ डिजाइन किया गया है. इसकी मदद से स्टेशन द्वारा कई ड्रोन को नियंत्रित किया जा सकता है. बाजार में इसकी कीमत 3 लाख रूपए से शुरू है.
उद्योग के बढ़ते महत्व में अब कृषि तकनीक विकास भी आगे बढ़ रहा है. ड्रोन की मदद से किसानों को काफी सहायता मिलेगी और सरकार की तरफ से दी जा रही सब्सिडी से किसानों को इन ड्रोनों की खरीद पर बेहद ही कम कीमत अदा करनी होगी.
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स्रोत :Krishi Jagran