केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने कहा है कि मोदी सरकार का फोकस साल 2022 तक किसानों की आय दोगुनी करने पर है. इसीलिए कृषि के बजट में पिछले साल के मुताबले रिकॉर्ड 140 फीसदी की बढ़ोत्तरी की गई है. वर्ष 2019-20 में खेती-किसानी के लिए कृषि मंत्रालय को 1,30,485 करोड़ रुपये का बजट आवंटित किया गया है. आजादी के बाद पहली बार सीधे किसानों के बैंक खातों में 87,000 करोड़ रुपये की बड़ी राशि जमा की जा रही है. तोमर पूसा में भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद (आईसीएआर) के एक कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे.
कृषि के बजट में रिकॉर्ड बढ़ोत्तरी
उन्होंने कहा कि फसल उपज के भंडारण के लिए ग्रामीण भंडारण योजना के जरिए किसानों को उनके गांव में ही भंडारण की सुविधा दी जाएगी. साथ ही किसानों को लाभ पहुंचाने के लिए दस हजार नए किसान उत्पादक संगठन (एफपीओ) बनाने का लक्ष्य रखा गया है. फसल की उपज का भंडारण बड़ी समस्या है.
पहली बार किसानों के अकाउंट में सीधे भेजा गया पैसा
कृषि मंत्री ने कहा कि कृषि वैज्ञानिकों की रिसर्च और किसान भाइयों की कड़ी मेहनत की बदौलत दलहन उत्पादन में वर्ष 2017-18 में लगभग 25 मिलियन टन का नया रिकॉर्ड हासिल किया गया है. बागवानी में तो तिहरे शतक (315 मिलियन टन) का आंकड़ा पार कर लिया गया है. यही नहीं, देश तिलहन सेक्टर में आत्मनिर्भर बनने की ओर है.
इस खबर को अपनी खेती के स्टाफ द्वारा सम्पादित नहीं किया गया है एवं यह खबर अलग-अलग फीड में से प्रकाशित की गयी है।
स्रोत: न्यूज़ 18 हिंदी

                                
                                        
                                        
                                        
                                        
 
                            