मछुआरों को काम करने की मंजूरी मिली, कृषि-बड़े उद्योग 14 अप्रैल के बाद हो सकते हैं शुरू

April 14 2020

गुजरात सरकार ने लॉक डाउन में बंद मत्स्य उद्योग और उससे जुड़े रोजगार-धंधा को शुरू करने का निर्णय किया है। इसी के साथ प्रथम चरण का लॉक डाउन 14 अप्रैल को पूरा होने के बाद बड़े उद्योगों और कृषि क्षेत्रों में भी आंशिक तौर पर छूट देने की संभावना है। जिन शहरों में कोरोना की रोकथाम में सफलता मिली है, वहां इसमें छूट मिलेगी। वहीं, राज्य में 30 अप्रैल तक लॉक डाउन जारी रहने की आशंका है। राज्य में कोरोना के कारण हुए लॉक डाउन में राज्य के मछुआरों की आर्थिक हालत खराब हैं। उन्हें जीवन निर्वाह करना दुष्कर हो रहा है। इस तरह के हालात और मांग के मद्देनजर राज्य के संवेदनशील मुख्यमंत्री विजय रुपाणी ने मत्स्योधोग को पुनः शुरू करने का निर्णय किया हैं।

इस प्रकार पहले चरण का लॉक डाउन 14 अप्रैल को पूरा होने से पहले से ही इसे शुरू कर दिया जाएगा। इसी के साथ मत्स्य उद्योग से संबंधित प्रोसेसिंग, पैकेजिंग, कोल्डचेन और ट्रान्सपोर्ट वगैरह को भी लॉक डाउन से छूट दे दी गई है। अब इस व्यवसाय में लगे लोग व्यापार-व्यवसाय शुरू कर सकेंगे।

मुख्यमंत्री के सचिव अश्विनी कुमार ने इसकी घोषणा करते हुए कहा कि इसके लिए मछुआरों को मछली पकड़ने के लिए समुद्र में जाने के लिए टोकन देने की शुरूआत कर दी गई हैं। उन्होंने बताया कि लॉक डाउन का पहला चरण 14 अप्रैल को समाप्त होने के बाद बड़े उद्योगों और कृषि व्यवसाय में भी आंशिक छूट छाट मिलने की संभावना हैं।

मुख्यमंत्री ने राजकोट सहित राज्य की महानगर पालिकाओं के अधिकारियों के साथ हुई बातचीत में संभावना व्यक्त की हैं। उन्होंने कहा जिन शहरों में कोरोना को रोकने में सफलता मिली है वहां बड़ी तादाद में श्रमिक रहते हैं। वहां उद्योग को क्रमशः शुरू करने की संभावना हैं।


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स्रोत: नई दुनिया