मछली पालक इस समय करें यह महत्वपूर्ण काम, होगा बड़ा फायदा और बढ़ेगी कमाई

June 11 2022

मछली पालक किसानों (FishFarmer) के लिए यह समय बड़ा ही महत्वपूर्ण है. सामान्य तौर पर इस वक्त तालाब में पानी सूख जाता है या कम हो जाता है. ऐसे में मछली पालकों को बरसात और तालाब में स्पॉन डालने से पहले कुछ जरूरी काम कर लेना चाहिए. इससे उन्हें काफी लाभ मिलता है. मछली की सेहत अच्छी रहती है और पैदावार में बढ़ोतरी होती है. इससे किसानों की कमाई (Farmers Income) बढ़ती है और दवाओं पर खर्च होने वाला पैसा बच जाता है. इसी को ध्यान में रखते हुए बिहार सरकार के पशु एवं मत्स्य संसधान विभाग ने किसानों के लिए कुछ जरूरी सुझाव दिए हैं.
पशु एवं मत्स्य संसधान विभाग की तरफ से कहा गया है कि अगर आपके तालाब सूखे हुए नहीं हैं तो उनसे पानी निकालकर सूखा लें और अच्छे से जुताई करा लें. इसके बाद मछली पालक जुते हुए तालाब में 100 से 200 किलो ग्राम गोबर, 50 से 10 किलो ग्राम खली, 25 से 30 किलोग्राम चूना और 5 से 10 किलो ग्राम मिनरल मिक्चर का छिड़काव कर दें. छिड़काव के तुरंत बाद 1 फूट तक पानी तालाब में भर दें.
एक एकड़ में डाल सकते हैं 20 लाख स्पॉन
विभाग की तरफ से कहा गया है कि यह प्रक्रिया करने के 5-7 तक तालाब को उसी अवस्था में छोड़ दें. करीब एक सप्ताह बाद तालाब में 5 फीट तक पानी भर दें. इसके बाद ही तालाब में मछली के बीज यानी स्पॉन डालें. किसान प्रति एकड़ के हिसाब से 20 लाख स्पॉन डाल सकते हैं. अगर आप किसी कारण वश तालाब सूख नहीं पाता है तो इस बात का ध्यान रखें कि अधिक पानी होने से पहले ही स्पॉन डाल दें.
गर्मियों में तालाब में पानी ऐसे ही कम हो जाता है, लेकिन बरसात शुरू होने के साथ तालाब भरने लगते हैं. ऐसे में इस बात का ध्यान रखना जरूरी है कि समय रहते ही स्पॉन डाल दें. इस बात को सुनिश्चित कर लें कि तालाब में बड़ी मछलियां न रह गई हों, ऐसा होने पर आपको आर्थिक नुकसान हो सकता है. बिना सूखे तालाब में स्पॉन डालने से पहले संभावित बीमारियों को रोकने के लिए दवा का इस्तेमाल जरूर कर दें और मछलियों के आहार के लिए भी व्यस्था कर दें.
अगर तालाब में मछली है और आप उसे समय रहते निकाल लें. इस बात का ध्यान रखें कि निकासी से दो दिन पहले से मछलियों को आहार देना बंद कर दें. मछली निकालने के बाद ऊपर दी गई जानकारी के हिसाब से स्पॉन डालने की तैयारी करें. स्पॉन को हमेशा ठंडे वातावरण में ही रखें. परिवहन के दौरान भी तापमान का विशेष खयाल रखना होता है वरना नुकसान उठाना पड़ा सकता है.
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स्रोत : Tv 9