मुजफ्फरपुर में मशहूर हो रहा रंग बदलने वाला आम, शुगर फ्री और बेहद स्वादिस्ट है यह किस्म

June 26 2022

बिहार का मुजफ्फरपुर जिला मीठी लीची और लाह की चुड़ियों के लिए मशहूर है. पर अब इसके साथ एक और नयी पहचान जुड़ रही है. मुजफ्फरपुर के आम (Mango). यहां पर एख खास प्रकार के आम उगे हैं जो इन दिनों काफी सुर्खियां बटोर रहा है. बिहार (Bihar) के मुजफ्फरपुर में रहनेवाले किसान भूषण सिंह के आम के बगान में यह आम उगा है. सुर्खियां बटोर रहे इस खास आन के किसान भूषण सिंहा का दावा है कि यह अन्य आमों की तुलना में काफी अलग है. यही कारण है कि इनके बगान से आस पास के गुजरने वाला हर व्यक्ति एक बार उनके इस खास आम को जरूर देखता है. आम इस वेरायटी का नाम अमेरिकन ब्यूटी है जो बिल्कुल शुगर फ्री (Sugar Free Mango) है.
फर्स्टबिहार की खबर के मुताबिक भूषण सिंह ने कहा कि उन्होंने आम का यह पौधा करीब छह साल पहले पश्चिम बंगाल से लेकर आए थे. वहां से लाकर उन्होंने अपने बगीचे में लगाया था, उस वक्त उन्हें अस बात का अंदाजा नहीं था कि उनके द्वारा लगाया गया यह आम का पौधे से उगने वाला आम एक दिन सुर्खियों में रहेगा. आम का यह बगान जिले के मुशहरी गांव में स्थित है. लगाने के दो साल बाद उस पेड़ में फल लगाना शुरू गहो गया. उन्होंने बताया कि इस फल के मंजर और दाने तो सामान्य आम की तरह की निकलता है. पर इसके बाद से लेकर पकने तक या 16 बार रंग बदलता है. इस आम का आकार भी काफी बड़ा होता और पकने के बाद यह लगभग आधा किलोग्राम का हो जाता है.
पांच महीने में पकता है यह आम
आम का यह पेड पिछले साल लगाया गया है. हालांकि शुरुआती साल में यह चर्चा में नहीं आया क्योंकि फल कम लगे थे.पर इस साल पैदावार अच्छी रही इसके कारण यह चर्चा में आ गया है. इस आम के प्रति स्थानीय लोगों का क्रेज यह है कि यहां के गुजरने वाला हर व्यक्ति उनके पास रुक जाता है. इस खास आम को पकने में पांच महीने का वक्त लगता है. भूषण सिंह कहते हैं कि जुलाई के महीने में उनके आम पककर तैयार हो जाएंगे. हालांकि शुगर फ्री आम की वेरायटी होने के कारण यह मीठा कम होता है. पर स्वाद काफी बढ़िया होता है
मुजफ्फरपुर में जल्द तैयार होगी नर्सरी
इस खास वेरायटी के आम किसान भूषण सिंह बताते हैं कि जब से इस आम ने सुर्खियां बटोरी है तब से इस पौधे की मांग काफी बढ़ गयी है. जो भी इसे देखता है बस यही पूछता है कि उन्हें यह पौधा लगाना है, कहां से मिलेगा. उन्होंने आगे बताया कि बिहार में इस आम की नर्सरी बनाने का प्रयास किया जा रहा है. जल्दी इसका पौधा भी तैयार कर लिया जाएगा. कृषि विश्विद्यालय समस्तीपुर और राष्ट्रीय लीची अनुसंधान केंद्र मुजफ्फरपुर के वैज्ञानिकों ने इस आम का स्वाद रखा है और इसकी तारीफ की है
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स्रोत : tv 9