चार रुपये किलो के भाव से बिक रहा टमाटर, देशभर की थोक मंडियों में गिरे दाम

August 31 2021

देश के अधिकांश टमाटर उत्पादक राज्यों की थोक मंडियों में टमाटर के दाम गिरकर चार रुपये किलो तक नीचे आ गए हैं। सरकारी आंकड़ों के अनुसार इसकी वजह उत्पादन की भरमार है।

देश के 31 टमाटर उत्पादक राज्यों में से 23 की थोक मंडियों के दामों की सरकार द्वारा निगरानी की जाती है। इनमें टमाटर की मौजूदा कीमतें पिछल साल के मुकाबले 50 फीसदी नीचे या इस सीजन के तीन साल के औसत दाम से नीचे हैं। वर्तमान में खरीफ पूर्व सीजन 2021-22 के तहत टमाटर की फसल आई है। यह जून-जुलाई के दौरान बोई जाती है।

मप्र के देवास में थोक दाम 8 रुपये किलो

आंकड़ों के मुताबिक देश के शीर्ष टमाटर उत्पादक राज्यों में शुमार मप्र के देवास में 28 अगस्त को दाम 8 रुपये किलो हो गए थे, जबकि एक साल पूर्व दाम 11 रुपये किलो थे। इसी तरह देश के छठे शीर्ष टमाटर उत्पादक राज्य महाराष्ट्र के जलगांव में इसी दिन दाम घटकर 4 रुपये किलो रह गए। एक साल पहले दाम 21 रुपये किलो थे।

औरंगाबाद में टमाटर की कीमत 9.50 रुपये प्रति किलो घटकर 4.50 रुपये प्रति किलो रह गई, जबकि सोलापुर में 15 रुपये किलो से पांच रुपये प्रति किलो और कोल्हापुर में एक साल पहले की अवधि में 25 रुपये प्रति किलो से घटकर 6.50 रुपये प्रति किलो रह गई।

यूपी में भी गिरे दाम

उत्तर प्रदेश में भी टमाटर की कीमतें इस साल 28 अगस्त को 8 से 20 रुपये प्रति किलो के बीच रहीं। ये एक साल पहले इसी अवधि में 14 से 28 रुपये प्रति किलो थीं। पश्चिम बंगाल में टमाटर का थोक मूल्य घटकर 25 से 32 रुपये प्रति किलो हो गया। पिछले साल यह इसी अवधि में 34 से 65 रुपये प्रति किलो थीं।

दिल्ली की मंडी में भी घटे दाम

दिल्ली की आजादपुर मंडी में टमाटर का थोक भाव 28 अगस्त को घटकर 24 रुपये प्रति किलो रह गया, जो एक साल पहले इसी अवधि में 36 रुपये प्रति किलो था। मुंबई में टमाटर का थोक भाव 30 रुपये प्रति किलो से घटकर 12 रुपये प्रति किलो हो गया, जबकि बेंगलुरु में उक्त अवधि में 30 रुपये प्रति किलो से घटकर 8 रुपये प्रति किलो हो गया।

आपूर्ति की भरमार के कारण बने ये हालात

राष्ट्रीय बागवानी अनुसंधान एवं विकास फाउंडेशन (एनएचआरडीएफ) के कार्यवाहक निदेशक पी के गुप्ता के अनुसार आपूर्ति की अधिकता के कारण प्रमुख टमाटर उत्पादक राज्यों में कीमतें दबाव में आ गई हैं। अनुकूल मौसम के कारण टमाटर की फसल अच्छी रही है। अगर खाद्य प्रसंस्करण कंपनियां बचाव में आगे आती हैं तो किसानों को कीमतों में गिरावट से होने वाले नुकसान से बचाया जा सकता है।

उत्पादन 2.10 करोड़ टन

कृषि मंत्रालय के दूसरे अग्रिम अनुमान के अनुसार, भारत में टमाटर उत्पादन 2020-21 फसल वर्ष (जुलाई-जून) में 2.20 प्रतिशत बढ़कर 2.10 करोड़ टन हो गया, जबकि एक साल पहले इसी अवधि में यह 2.05 करोड़ टन था।

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स्रोत: Amar Ujala