हिमाचल : राजधानी में दिवाली से पहले सरसों तेल और राजमा महंगे, 200 रुपये तक बढ़े दाम

November 09 2020

त्योहारी सीजन पर इस बार महंगाई की मार पड़ रही है। दिवाली से पहले राजधानी के बाजारों में सरसों तेल, चायपत्ती और राजमा समेत खाने पीने की कई चीजों के दाम बढ़ गए हैं। पिछले 20 दिन में कई ब्रांडेड कंपनियों की चायपत्ती होलसेल में ही 120 से 200 रुपये प्रति किलो तक महंगी हो गई है। 

ढाई सौ ग्राम की पैकिंग के रेट भी 15 से 30 रुपये तक बढ़ गए हैं। इसके अलावा सरसों तेल के दाम 150 रुपये पहुंच गए हैं। पी मार्का कंपनी का तेल होलसेल में 150 रुपये जबकि रिटेल में 155 से 160 रुपये प्रति लीटर बिक रहा है। बाकी कंपनियों के तेल भी 130 से 140 रुपये प्रति लीटर तक पहुंच गए हैं। राजमा के दामों में भी तेजी आई है। अनाज मंडी में बढ़िया किस्म के राजमा 130 रुपये होलसेल जबकि 140 रुपये रिटेल में मिल रही है।  

अनाज मंडी के कारोबारियों के मुताबिक त्योहारी सीजन में कुछेक चीजों के दाम बढ़े हैं। दूसरे राज्यों से आ रही सप्लाई महंगे रेट पर मिल रही है। आलू और प्याज के रेट कम न होने से लोगों की जेबें ढीली हो रही हैं। प्याज के रेट 60 रुपये जबकि आलू 50 रुपये प्रति किलो बिक रहा है। शहर में अफगानी प्याज भी पहुंच गया है, जो 40 से 50 रुपये किलो बिक रहा है। लेकिन लोग इसे नहीं खरीद रहे हैं।

आटा, गुड़, मसालों के रेट स्थिर

बाजार में आटा, गुड़, चावल समेत दूसरी खाने पीने की चीजों के दाम फिलहाल स्थिर चल रहे हैं जिससे लोगों को राहत मिली है। आटा होलसेल में 23 जबकि रिटेल में 25 से 27 रुपये प्रति किलो मिल रहा है। कोरोनाकाल में आटे के दाम 30 रुपये के पार पहुंच गए थे। गुड़, चावल, मसाले और दूसरी दालों के रेट भी स्थिर है।

महंगाई के बावजूद दोगुना हुआ कारोबार

महंगाई के बावजूद चार महीनों से मंदा पड़ा अनाज का कारोबार एक बार फिर रफ्तार पकड़ने लगा है। अनाज मंडी एसोसिएशन के अध्यक्ष दीपक श्रीधर ने कहा कि लॉकडाउन लगने के समय लोगों ने राशन की भारी खरीदारी की थी। इसके कई महीने बाद अनाज का कारोबार लगभग ठप पड़ा रहा। अब त्योहारी सीजन में कारोबार फिर दोगुना हो गया है।

 

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स्रोत: Amar Ujala