यूरिया की कालाबाजारी पर तत्काल होगी कार्यवाही

August 29 2020

छत्तीसगढ़ शासन के खाद्य, नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता संरक्षण तथा संस्कृति मंत्री श्री अृमरजीत भगत ने आज अम्बिकापुर स्थित विभिन्न निजी उर्वरक दुकानों तथा सहकारी समिति का औचक निरीक्षण कर खाद भण्डारण एवं वितरण की जानकारी ली तथा किसानों की समस्याओं से अवगत हुए। उन्होंने कृषि विभाग एवं जिला सहकारी बैंक के अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश देते हुए कहा कि पिछले वर्ष की तुलना में इस वर्ष जिले में यूरिया उर्वरक का अधिक भण्डारण हुआ है इसके बाद भी किसानों को यूरिया के लिए जूझना पड़ रहा है। किसानों को जरूरत के अनुसार सहकारी समितियों से यूरिया उपलब्ध कराएं उन्हें अधिक दाम पर यूरिया खरीदने की नौबत नहीं आनी चाहिए। किसानों की समस्या का तत्काल निराकरण करें जिस समिति में यूरिया नहीं है उसके आस-पास के समिति से किसानों को यूरिया उपलब्ध कराएं। यूरिया की कालाबाजारी करने की शिकायत पाये जाने पर तत्काल कार्यवाही की जाएगी।

मंत्री श्री भगत ने भारतमाता चौक के पास विजय ट्रेडिंग, प्राथमिक तिलहन उत्पादक सहकारी समिति तथा आदिम जाति सेवा सहकारी समिति नमनाकला का निरीक्षण कर भण्डारण एवं वितरण की जानकारी ली। उन्होंने निजी उर्वरक दुकानों से खाद प्राप्त कर रहे किसानों से चर्चा की तथा विक्रेताओं को भण्डारण एवं वितरण की दस्तावेज संधारित करने के निर्देश दिए।

समितियों में तत्काल बनाए जाएंगे केसीसी – कलेक्टर संजीव कुमार झा ने उप संचालक कृषि को निर्देशित किया है कि जिन किसानो का क्रेडिट कार्ड नहीं बन पाया है जिससे खाद लेने में दिक्कत हो रही है उन किसानों का सहकारी समिति में आवश्यक दस्तावेज जैसे आधार कार्ड, बी-1, खसरा, 4 प्रति पासपोर्ट साईज का फोटो, ऋण पुस्तिका तथा बैंक खाता लेकर किसान क्रेडिट कार्ड बनाए और यूरिया उपलब्ध कराएं। उन्होंने उप संचालक कृषि को सहकारी समितियों में ग्रामीण कृषि विस्तार अधिकारियों की ड्यूटी लगाकर प्रतिदिन की प्रगति रिपोर्ट प्रस्तुत करने के निर्देश दिए।

सरगुजा जिले के सहकारी समितियों में अब तक 96 हजार 790 क्विंटल यूरिया का भण्डारण कर 51 हजार 537 क्विंटल का वितरण किया गया।

निरीक्षण के दौरान छत्तीसगढ़ खाद्य आयोग के अध्यक्ष श्री गुरप्रीत सिंह बाबरा सहित अन्य जनप्रतिनिधि, अधिकारी एवं कर्मचारी मौजूद थे। 

 

इस खबर को अपनी खेती के स्टाफ द्वारा सम्पादित नहीं किया गया है एवं यह खबर अलग-अलग फीड में से प्रकाशित की गयी है।

स्रोत: Krishak Jagat