प्रदेश में प्राकृतिक आपदा से खराब हुई फसलों का सर्वे करने के साथ पंचनामा बनाना भी जरूरी होगा। कृषि मंत्री कमल पटेल ने आज बैरसिया विधानसभा क्षेत्र के गांवों में खराब हुई सोयाबीन की फसल का औचक निरीक्षण कर अधिकारियों को निर्देश दिए।
सर्वे का पंचनामा बनाना आवश्यक
कृषि मंत्री कमल पटेल ने किसानों से चर्चा में बताया कि कृषि और राजस्व विभाग द्वारा फसलों का सर्वे किया जाता है, अगर किसी पटवारी हल्के में आनावरी ठीक आई हो तो वहाँ बीमा लाभ मिलना मुश्किल हो जाता है। कमल पटेल ने बताया कि अब तय किया गया है कि मनमर्जी से सर्वे के बजाय अब गांवों में मुनादी पिटवाकर कैंप लगाए जाएं और किसान का नाम उसका रकबा और फसल का विवरण भरकर व्यापक सर्वे कराया जाए तथा गांव के सरपंच और ग्रामीणों के हस्ताक्षर के साथ पंचनामा भी बनाया जाए और रिपोर्ट तीन प्रतियों में तैयार कर एक पंचायत भवन पर चस्पा हो ताकि ग्रामीण भी यह देख सकें कि उनका नाम सूची में आने से छूटा तो नहीं है। कमल पटेल ने कहा कि इस तरह के सर्वे में गड़बड़ी की कोई गुंजाइश नहीं होगी और किसानों को इसका लाभ मिल सकेगा।
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स्रोत: Krishak Jagat