किसानों की आय बढ़ाने के लिए अभी तक खेती पर ही ज्यादा जोर दिया जाता था, लेकिन अब धीरे-धीरे हार्टिकल्चर, मेडिसिन प्लांट से लेकर अन्य माध्यम से भी आय बढ़ाने पर जोर दिए जाने लगे हैं। इस कड़ी में जवाहरलाल नेहरू कृषि विवि के कृषि विज्ञान केंद्र ने पहल करते हुए किसानों को आय बढ़ाने के लिए इन दिनों खेती के साथ मेड़ों पर फलदार पौधे लगाने की भी सलाह दे रहा है। कृषि नगर स्थित तीन तालाबों में मछली पालन शुरू किया गया है। यहां पर कृषि विज्ञानिकों द्वारा रोहू और ग्रासकार्प के तकरीबन 10 हजार मछली बीज तालाबों में छोड़े गए हैं, जिससे बारिश के पानी से भरे इन तालाबों में मछलीपालन किया जा सके। इस दौरान कृषि विज्ञान केन्द्र जबलपुर द्वारा सलाह दी जा रही है कि मछली पालन के साथ बतख पालन करने के साथ तालाब की मेड़ों पर फलदार वृक्ष लगाकर किसान अपनी आय को बढ़ा सकता है। इन तालाबों की मेड़ों पर मुनगा के पौधों का रोपण व धारवाड़ पद्धति से अरहर की फसल का भी रोपण किया गया। कृषि विज्ञान केन्द्र की वरिष्ठ विज्ञानिकों के निर्देशन में केंद्र के पशुपालन विशेषज्ञ डॉ.प्रमोद शर्मा ने सभी तालाबों की सफाई करवाई। इसके बाद तालाब का मछली पालन के लिए अनुकूल बनाया गया। इस अवसर पर सभी विज्ञानी ने तालाब में मछली के बीच छोड़े। तालाब को किसानों के लिए प्रदर्शन इकाई के रूप में स्थापित किया गया है, ताकि भ्रमण के लिए विवि आने वाले किसानों को यह मॉडल दिखाया जा सके।
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स्रोत: Nai Dunia