पंजाब में यूरिया की भारी किल्लत है। वहां के किसान अब हरियाणा से यूरिया ले जा रहे हैं। इसी को देखते हुए अब बॉर्डर सील करने की तैयारी चल रही है। इसके लिए कृषि विभाग पुलिस प्रशासन की मदद लेगा। बॉर्डर पर कृषि विभाग के अधिकारियों की भी ड्यूटी लगाई गई है। इसी मामले में कृषि विभाग के अतिरिक्त निदेशक डॉ. राजेंद्र सिंह सोलंकी शुक्रवार को फतेहाबाद पहुंचे।
उन्होंने यहां विभाग के अधिकारियों के साथ बैठक कर पूरे मामले की जानकारी ली। अतिरिक्त निदेशक डॉ. सोलंकी ने बताया कि फतेहाबाद से पंजाब यूरिया ना जाए, इसके लिए बार्डर सील करने का आग्रह पुलिस अधीक्षक व उपायुक्त से किया गया है।
डीडीए को दुकानों पर जाकर निरीक्षण करने के निर्देश
बातचीत के दौरान सोलंकी ने बताया कि किसानों को यूरिया की कमी नहीं आने दी जाएगी। अगर विक्रेता यूरिया के साथ कोई कीटनाशक दवाई जबरन देता है या यूरिया की कालाबाजारी करता है तो उसके विरुद्ध सख्त कार्रवाई की जाएगी।
इसके लिए उन्होंने कृषि उपनिदेशक डॉ. राजेश सिहाग की ड्यूटी लगाते हुए कहा है कि वह स्वयं क्वालिटी कंट्रोल इंस्पेक्टर तथा विभाग के दोनों एसडीओ के साथ फर्टिलाइजर की मॉनिटरिंग करने के लिए दुकानों पर जाएंगे। जहां पर कोई विक्रेता टैगिंग करता हुआ पकड़ा गया तो एफआईआर दर्ज करवाई जाएगी।
अगले साल प्लांट में बढ़ेगी पराली की खपत
डॉ. सोलंकी ने बताया कि अगले साल से पराली न जले, इसके लिए बॉयो एनर्जी बिजली प्लांट लगाया गया है। भूना कस्बे में लगे बॉयो एनर्जी प्लांट में इस बार 50 एमटी पराली की खपत हुई है। अगले साल इससे भी अधिक खपत होने की संभावना है। अगले वर्ष से स्ट्रा बेलर, सुपर सीडर, जीरो ड्रिल, रोटावेटर व बेलर पर अनुदान राशि भी बढ़ाई जाएगी ताकि किसान इसे ज्यादा संख्या में ले सके।
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स्रोत: Amar Ujala