गेहूं का रकबा कम, चना, मसूर का बढ़ा

November 07 2020

जिले में रबी फसलों की बोवनी का कार्य तापमान कम होने के साथ तेज हो गया है। अनुमानित लक्ष्य के विरुद्घ करीब 60 प्रश बोवनी अभी तक की जा चुकी है। इस बार किसानों के निजी जल स्रोतों में पानी की उपलब्धता गत वर्ष की भांति नहीं होने से गेहूं का रकबा कम करते हुए कम पानी की फसलें चना, मसूर, सरसों आदि की बोवनी में किसान रुचि दिखा रहे हैं।

उपसंचालक कृषि आरपी कनेरिया के अनुसार मुख्य फसल गेहूं सहित कुल करीब डेढ़ लाख हेक्टेयर में रबी की विभिन्न फसलों की बोवनी इन दिनों जिले में तेजी से की जा रही है। गत वर्ष की तुलना में इस बार सिंचाई के लिए जल उपलब्धता कम होने को दृष्टिगत रखते हुए विभाग द्वारा 80 हजार हेक्टेयर में गेहूं, 45 हजार हेक्टेयर में चना, 10 हजार हेक्टेयर में मसूर व 11 हजार हेक्टेयर में सरसों के साथ ही अन्य फसल की बोवनी का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। गत वर्ष गेहूं का रकबा 1 लाख हेक्टेयर से अधिक था। मसूर की बोवनी लक्ष्य से अधिक हो चुकी है। अन्य फसलों की बोवनी भी करीब 60 प्रश होने की जानकारी विभाग के मैदानी अमले से मिली है।

15 हजार क्विंटल सोयाबीन की आवक, 4965 के भाव तक बिका

दीपावली पर्व के नजदीक आने और इधर रबी की बोवनी जारी रहने के चलते सोयाबीन बेचने के लिए किसान बड़ी संख्या में मंडी पहुंच रहे हैं। आगर मंडी में शुक्रवार को 15 हजार क्विंटल सोयाबीन बेचने के लिए 1164 किसान आए। ऊंचे में भाव 4965 प्रति क्विंटल तक रहे। मंडी कार्यालय के अनुसार सोयाबीन 2500 से 4965, गेहूं 1500 से 1865, चना विशाल 4000 से 4671, चना डालर 4300 से 6200, चना कांटा 4251 से 4400, धनिया 4800 से 5976, मसूर 4000 से 5700, रायडा 4200 से 5580, मक्का 1200 से 1402, असालिया 3415, बटला 2060 रुपये प्रति क्विंटल तक बिका।

 

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स्रोत: Nai Dunia