अब बढ़ेगी किसानों के खेती की ऊर्वरा शक्ति, हरियाणा में 25 लाख एकड़ भूमि की होगी सोल टेस्टिंग

August 14 2021

मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर की अगुवाई में हरियाणा सरकार खेतों की ऊर्वरा शक्ति बढ़ाने के लिए प्रयासरत है। मुख्यमंत्री ने हाल ही में 40 नई मिट्टी जांच (सोल टेस्टिंग) लैब का उद्घाटन किया है। वहीं, सरकार ने इस वित्त वर्ष में 25 लाख एकड़ भूमि की जांच का लक्ष्य निर्धारित किया है। अधिकारियों का कहना है कि, जमीन की सेहत सुधारने की कोशिशों के तहत अगले तीन सालों के भीतर 75 लाख एकड़ जमीन की सेहत सुधारी जाएगी। ऐसा करने से जमीन की उपजाऊ शक्ति बढ़ेगी और अधिक पैदावार होगी, जो किसानों को लाभान्वित करने वाली है।

हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने गत दिवस वीडियो कान्फ्रेंसिंसग के माध्यम से प्रदेश में 40 नई मिट्टी जांच प्रयोगशालाएं शुरू की है। कृषि मंत्री जेपी दलाल और हरियाणा वेयर हाउसिंसग कारपोरेशन के चेयरमैन नयनपाल रावत की मौजूदगी में इन मिट्टी जांच प्रयोगशालाओं की शुरुआत हुई। हरियाणा सरकार ने प्रदेश में मृदा परीक्षण प्रयोगशालाओं का जाल बिछाने की योजना बनाई है। इसी कड़ी में 40 नई प्रयोगशालाओं का उद्घाटन किया गया।

किसानों को अब अपने खेत की मिट्टी की जांच कराने की सुविधा उनके घर के नजदीक मिलेगी। अभी तक सूक्ष्म तत्वों के विश्लेषण की सुविधा सभी प्रयोगशालाओं में नहीं थी, परंतु अब यह सुविधा प्रत्येक प्रयोगशाला में उपलब्ध होगी। 75 लाख भूमि की मृदा जांच के दौरान मृदा स्वास्थ्य जांच कार्ड प्रदान किए जाएंगे, जिनमें मिट्टी की पूरी स्थिति के बारे में जानकारी होगी तथा उसमें कम मात्रा में पाए जाने वाले पोषक तत्वों की कमी को दूर किया जाएगा।

मुख्यमंत्री मनोहर लाल, कृषि मंत्री जेपी दलाल और चेयरमैन नयनपाल रावत के साथ वीडियो कान्फ्रेंसिंसग में केंद्रीय राज्य मंत्री कृष्णपाल गुर्जर, राज्य सरकार के मंत्री, सांसद और विधायक भी जुड़े। मुख्यमंत्री ने कहा कि किसानों की आय डबल करने के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के स्वप्न को साकार करने का लक्ष्य हासिल करना है। इसी के तहत प्रदेश में मिट्टी जांच प्रयोगशालाएं स्थापित की गई हैं ताकि किसानों को मिट्टी की जांच के आधार पर यह अवगत करवाया जा सके कि किस फसल की बिजाई करना किसानो के हित में होगा।

मुख्यमंत्री ने कहा कि हरियाणा ने देश के खाद्यान्न भंडार को भरने में अहम योगदान दिया है। जब हरित क्रांति आई तो प्रदेश के किसानों ने भरपूर उत्पादन कर देश में खाद्यान्न की कमी को पूरा किया। उन्होंने कहा कि आज खाद्यान्न उत्पादन की मात्रा के साथ-साथ गुणवत्ता पर भी ध्यान देने की आवश्यकता है। मुख्यमंत्री ने किसानों से आर्गेनिक और प्राकृतिक खेती की तरफ बढ़ने का आह्वान करते हुए कहा कि ऐसा करने से खाद्य उत्पादों के कारण निरंतर बढ़ रही बीमारियों की रोकथाम में भी किसान अहम भूमिका निभाएंगे।

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स्रोत: Oneindia