मशरूम उत्पादन का सीखें तरीका और करें कमाई

February 10 2021

इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय द्वारा राष्ट्रीय कृषि विकास सहकारी संघ जम्मू-कश्मीर के सहयोग से ‘मशरूम उत्पादन एवं प्रसंस्करण प्रौद्योगिकी’ पर प्रशिक्षण दिया जाएगा। उन्नत राष्ट्रीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है। इस उन्नत राष्ट्रीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन दो मार्च से 22 मार्च तक आनलाइन किया जाएगा।

21 दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम में मशरूम उत्पादन, प्रसंस्करण, मूल्य संवर्धन आदि विषयों पर विशेषज्ञों द्वारा प्रशिक्षण दिया जाएगा। इस राष्ट्रीय प्रशिक्षण कार्यक्रम में भाग लेने के लिए 25 फरवरी तक आवेदन आमंत्रित किए गए हैं। इच्छुक प्रशिक्षणार्थी राष्ट्रीय कृषि विकास सहकारी संघ की वेबसाइट के माध्‍यम से पंजीयन करा सकते हैं।

निदेशक डाक्‍टर एमपी ठाकुर ने बताया कि इस 20 दिवसीय आनलाइन प्रशिक्षण कार्यक्रम में विभिन्न विषयों जैसे- मशरूम की उत्पत्ति एवं खाने योग्य, जहरीले तथा औषधीय मशरूम की पहचान, मशरूम के पोषण एवं औषधीय विभिन्न पहलुओं, भारत में मशरूम उद्योग की वर्तमान स्थिति एवं भविष्य की संभावनाएं, शुद्ध कल्चर प्राप्त करने की तकनीक, मातृ एवं रोपण बीज तैयार करने आदि पर सुझाव दिया जाएगा।

इसके अलावा आयस्टर मशरूम, पैडी स्ट्रा मशरूम, मिल्की मशरूम, बटन मशरूम की खेती की तैयारी करना, लायंस मैन मशरूम, गोनोडर्मा मशरूम, कार्डिसेप्स मशरूम, फ्लाम्युलिना मशरूम, स्किजोफाइलम मशरूम की खेती का तरीका बताया जाएगा। वहीं, विशेष गुणों वाले मशरूम के खेती की तकनीक, फसल अवधि के दौरान कीटों एवं बीमारियों से मशरूम की सुरक्षा, मशरूम उत्पादों का फसल प्रसंस्करण एवं मूल्य संवर्धन, मशरूम का विस्तार एवं विपणन विषयों पर विशेषज्ञों द्वारा प्रतिभागियों को प्रशिक्षण दिया जाएगा।

प्रशिक्षण कार्यक्रम के मुख्य संरक्षक इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय के कुलपति डाक्‍टर एसके पाटिल हैं। संचालक अनुसंधान सेवाएं डाक्‍टर आरके बाजपेयी, निदेशक विस्तार सेवाएं डाक्‍टर एससी. मुखर्जी, अधिष्ठाता कृषि महाविद्यालय डाक्‍टर एसएस राव संरक्षक हैं। डाक्‍क्‍टर रत्ना नशीने, अधिष्ठाता कृषि महाविद्यालय एवं अनुसंधान केंद्र नारायणपुर आयोजन की निदेशक हैं। कार्यक्रम के आयोजन सचिव डाक्‍टर सीएस शुक्ला हैं।

 

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स्रोत: Nai Dunia