नर्सरी से किसानों की राह हुई आसान

March 10 2021

दिल में कुछ करने का जज़्बा हो तो क्षेत्रीयता आड़े नहीं आती है। उज्जैन और देवास के दो युवाओं द्वारा निमाड़ अंचल में नर्सरी स्थापित करना यही साबित करता है। इनकी इस पहल से किसानों की राह आसान हो गई है।

कृषि स्नातक श्री राहुल पाटीदार (उज्जैन) और श्री दीपक नागर (देवास) ने अपने क्षेत्र में नौकरी ठुकराकर यहां रोमचिचली मार्ग पर पॉली हाऊस में नर्सरी तैयार की है, जिसमें एक एकड़ में सभी प्रजाति के पौधे तैयार किए जा रहे हैं। गत दिनों नागझिरी के श्री सुदेश गनवानी, रोमचिचली के श्री कैलाश कुशवाह, कोठाबुजुर्ग के श्री भारत कुशवाह और श्री महेश कुमरावत सहित अन्य किसानों ने नर्सरी का अवलोकन किया और इसे किसानों के लिए लाभप्रद बताया। इस दौरान इन युवा द्वय ने कृषक जगत को बताया कि रसायनिक तत्वों के प्रयोग से जमीन बंजर हो रही है, इसलिए टांडा बरुड़ के पास स्थित नर्सरी से पौधे लाकर यहां नर्सरी तैयार की है। रायपुर में वीएनआर से तीन वर्षीय प्रशिक्षण लेने के बाद यह पहल की गई है।

इस नर्सरी में पौधों को सभी पौष्टिक तत्व इलेक्ट्रिक/पाइप और वाल्व सिस्टम से दिए जाते हैं। यहां सामान्य पौधे, बेल वाले पौधे, केंचुआ खाद बनाने और ग्राफ्टिंग की विधि बताई और कहा कि गर्मी में बोई जाने वाली मिर्च, बैंगन, टमाटर एवं सभी बेल वाली सब्जियों के रोपे उपलब्ध हैं, जबकि वर्षा ऋतु में सभी छायादार और फलदार पेड़ों के रोपे तैयार किए जाएंगे। आपने पपीता की उन्नत किस्म अमीना को नहरीय क्षेत्र के किसानों के लिए वरदान बताया।

 

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स्रोत: Krishak Jagat