कृषि कानून के खिलाफ आप भी मैदान में, भूख हड़ताल पर बैठे छह कार्यकर्ता

December 11 2020

दिल्ली में चल रहे किसान आंदोलन के समर्थन में आम आदमी पार्टी (आप) भी कूद पड़ी है। एक कदम आगे बढ़ते हुए आप ने इंदौर में भूख हड़ताल शुरू कर दी है। आप ने आने वाले नगर निगम चुनाव में उम्मीदवार खड़े करने की घोषणा भी की है। भूख हड़ताल और आप की सक्रियता को चुनाव से जोड़कर देखा जा रहा है।

कृषि कानून के विरोध में राजवाड़ा स्थित कृष्णपुरा छत्री पर आम आदमी पार्टी के छह कार्यकर्ताओं ने बुधवार से आंदोलन शुरू किया। आप की स्थानीय इकाई ने घोषणा की कि ये कार्यकर्ता अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल पर बैठे हैं। जब तक दिल्ली में किसानों की मांग पूरी नहीं होती हड़ताल जारी रहेगी। भूख हड़ताल में एक महिला कार्यकर्ता भी शामिल है।

भूख हड़ताल पर बैठी लक्ष्मी चौहान ने कहा कि किसानों की उन्न्ति के थोथे वादे कर सत्ता प्राप्त करने वाली केंद्र सरकार अब चंद उद्योगपतियों को फायदा पहुंचाने के लिए मेहनतकश किसानों पर अत्याचार कर रही है। तीनों कृषि कानून से भारत का अन्न्दाता किसान बंधुआ मजदूर की तरह हो जाएगा। इनके साथ भूख हड़ताल पर बैठे संजीव वैद्य ने कहा कि किसान भारत की आत्मा है और आत्मा को दुखाकर कोई भी देश सुखी नहीं रह सकता। हम मांग कर रहे हैं कि केंद्र सरकार को संवेदनशील होकर किसानों की आशंकाओं का निवारण करना चाहिए। अमन नरेश, राधेश्याम धीमान, यूनुस खान और पंकज भाऊ भी भूख हड़ताल में शामिल है। सभी ने घोषणा की कि जब तक केंद्र सरकार किसानों की मांग पूरी नहीं करती तब तक हम भूख हड़ताल पर बैठे रहेंगे।

स्थानीय प्रशासन ने भूख हड़ताल को लेकर एमजी रोड थाने से जानकारी मांगी है। गुरुवार को प्रशासन हड़ताली कार्यकर्ताओं की मेडिकल जांच के लिए टीम भेजेगा। सूत्रों के मुताबिक प्रशासन हड़ताली आप कार्यकर्ताओं की सुरक्षा के लिए उन्हें हटाने की तैयारी कर रहा है। जांच के बाद अगर कार्यकर्ताओं की सेहत ठीक नजर नहीं आई तो इन्हें पुलिस हिरासत में लेकर अस्पताल भेज दिया जाएगा। कोविड संक्रमण से बचाव के निर्देशों का पालन करवाने के लिए आंदोलन की अनुमति निरस्त करते हुए धरना व हड़ताल खत्म भी करवाई जा सकती है।

 

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स्रोत: Nai Dunia