हरियाणा की मंडियों में चारों ओर भरा पड़ा है बाजरा

October 12 2023

हरियाणा में सरकारी एजेंसी हैफेड द्वारा खरीदा गया कुल 12,167 क्विंटल से अधिक बाजरा अभी भी जिले की अलग-अलग अनाज मंडियों के खरीद केंद्रों में पड़ा हुआ है। जिस बाजरे का उठाव अब तक नहीं हुआ है, वह कुल खरीदे गए बाजरे का 42 प्रतिशत से अधिक है। इससे धान किसानों को कई समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है, क्योंकि मंडियों में अधिकांश जगह खरीदे गए बाजरे ने कब्जा कर लिया है। ऐसा इसलिए क्योंकि अभी धान बिक्री का भी सीजन है। लेकिन जब मंडियों में बाजरे से जगह बचेगी तभी किसान धान की बिक्री कर सकेंगे। ऐसे में किसान इंतजार में हैं कि बाजरे का उठाव हो, तो वे अपने धान की तुलाई करें।

जानकारी के अनुसार, हैफेड द्वारा जिले में अब तक कुल 28,878 मीट्रिक टन बाजरा 2200 रुपये प्रति क्विंटल की दर पर खरीदा गया है। जबकि मंडियों से केवल 16,711 मीट्रिक टन ही उठाया जा सका है. खरीद तो हो गई, लेकिन अभी तक उसका उठाव नहीं हुआ है जिससे मंडियों में चारों ओर बाजरा ही बाजरा दिख रहा है. इससे किसानों के साथ-साथ आढ़ती भी परेशान हैं।

बाजरे की धीमी उठान से किसान परेशान

झज्जर अनाज मंडी कमीशन एजेंट एसोसिएशन के पूर्व अध्यक्ष चंद सिंह ने दावा किया कि बाजरे की धीमी उठान के कारण धान उत्पादकों को अनाज मंडियों में आने से पहले कई बार सोचना पड़ रहा है, क्योंकि वहां पर्याप्त जगह उपलब्ध नहीं है. उन्होंने बताया कि उन्हें रोजाना कई किसानों के फोन आ रहे हैं, जो अपना धान बेचना चाहते हैं, लेकिन जगह की कमी के कारण वे इसे मंडियों में लाने में असमर्थ हैं।

उन्होंने कहा कि बाजरे की धीमी उठान के कारण किसानों के भुगतान में भी देरी हो रही है। ये हालत इसलिए है क्योंकि नियमों के अनुसार अधिकारी खरीदे गए अनाज के गोदाम में पहुंचने के बाद ही भुगतान की प्रक्रिया शुरू करते हैं।

छह मंडियों में हो रही बाजरे की खरीद

जिला खाद्य और आपूर्ति नियंत्रक कौशल पाल ने कहा कि जिले में छह अनाज मंडियों और खरीद केंद्रों पर बाजरे की खरीद की जा रही है। उन्होंने कहा कि बहादुरगढ़ में कुल 146.80 मीट्रिक टन, बेरी में 1628.55 मीट्रिक टन, ढाकला में 5123.55 मीट्रिक टन, झज्जर में 1200.17 मीट्रिक टन, बादली में 509.70 मीट्रिक टन और मातनहेल में 9468.05 मीट्रिक टन बाजरा खरीदा गया है। वहीं उपायुक्त शक्ति सिंह ने कहा कि जिले की सभी अनाज मंडियों में बाजरे की खरीद व्यवस्थित तरीके से और तय कार्यक्रम के अनुसार की जा रही है।

हरियाणा में होती है बाजरे की अधिक पैदावार

दरअसल हरियाणा में बाजरे की खेती बहुत ज्यादा होती है। यहां के किसान अन्य फसलों के मुकाबले बाजरे की अधिक खेती करते हैं। यही वजह है कि वर्तमान समय में हरियाणा की लगभग सभी अनाज मंडियों में अधिक मात्रा में बाजरे की खरीद हो रही है। वहीं बाजरे की अधिक आवक होने और मंडियों से जल्दी उठान न होने की वजह से प्रदेश के धान किसानों को काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है। धान के किसान इंतजार कर रहे हैं कि मंडी खाली होने के बाद वे अपने धान की उपज को बेच सकें।

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स्रोत: किसान तक