सीएम ने की थी जिस खेती की तारीफ, संभागायुक्त पहुंचे देखने

July 05 2021

मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने जिले के सबसे पिछड़े माने जाने वाले विकासखंडों में शामिल दरभा में काफी और पपीता की खेती को लेकर किसानों के बढ़ते रूझान की तारीफ की थी, शनिवार को संभागायुक्त जीआर चुरेंद्र ने तीरथगढ़ जाकर मौके पर खेती का अवलोकन किया। उन्होंने किसानों से भी चर्चा की। बाद में विकासखंड मुख्यालय में अधिकारियों की बैठक लेकर विकास कार्यों की समीक्षा की।

ज्ञात हो कि प्रदेश में जून के पहले सप्ताह में पौधारोपण अभियान की शुरूआत बस्तर जिले में दरभा विकासखंड के डिलमिली में किया गया था। कार्यक्रम से वर्चुअल माध्यम से जुड़कर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने यहां पपीता और काफी की खेती शुरू करने पर खुशी जताते हुए किसानों से भी चर्चा की थी। संभागायुक्त चुरेंद्र ने मौके पर जाकर खेती का अवलोकन किया और किसानों तथा अधिकारियों से चर्चा कर अभियान को और अधिक क्षेत्र में विस्तारित करने पर जोर दिया।

उन्होंने जनपद पंचायत के सभाकक्ष में आयोजित बैठक में विकासखण्ड में संचालित विकास कार्यों की समीक्षा के दौरान तीरथगढ़, मामड़पाल और मुनगा में आधुनिक तकनीकी के साथ किए जा रहे पपीते की खेती पर खुशी जताते हुए कहा कि यह इस क्षेत्र में हो रहे बदलाव में एक मील का पत्थर साबित होगा। काफी की खेती के लिए खुशी जताते हुए कहा कि इस प्रयोग के सफल होने से क्षेत्र के किसानों को एक और बेहतर रास्ता मिला है, जिससे वे आर्थिक तरक्की के रास्ते पर जा सकते हैं।

डिलमिली क्षेत्र में किसानों द्वारा लगभग 100 एकड़ में शुरु की गई काफी की खेती को दरभा में किए गए प्रयोग का परिणाम बताते हुए कहा कि इस क्षेत्र में काफी उत्पादन की बेहतर संभावनाओं को देखते हुए अन्य किसानों को भी इससे जोड़ने के लिए प्रेरित किया जाना चाहिए। चुरेन्द्र ने लोगों को समृद्ध और आत्मनिर्भर बनाने के साथ ही लोगों को बेहतर स्वास्थ्य, मिट्टी की उर्वरता, जल संरक्षण के लिए शासन की नरवा, गरुआ, घुरवा और बाड़ी के माध्यम से लाभान्वित करने के निर्देश दिए। बैठक में जनपद पंचायत के पदाधिकारी एवं सदस्यों के साथ ही मुख्य कार्यपालन अधिकारी कौशल तेंदुलकर सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे।

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स्रोत: Nai Dunia