सनई के फूल बेचकर यूपी के किसान कमा रहे हैं अच्छा मुनाफा, जानिए इसकी खेती के बारे में सबकुछ

August 09 2022

उत्तर प्रदेश के हरदोई जिले में इन दिनों किसान फसल विविधीकरण पर ध्यान दे रहे हैं. अलग-अलग तरह की फसलों को लगाकर न सिर्फ अच्छी कमाई कर रहे हैं बल्कि खेत की सेहत भी दुरुस्त कर रहे हैं. किसान अब अपनी माली हालत सुधारने के साथ ही खेतों की भी उर्वरा शक्ति बढ़ाने पर बल दे रहे हैं. खेत को जड़ से ही सुधारते हुए किसान उससे बेहतरीन फसल ले रहे हैं. जिसमें सनई की खेती उनके लिए रामबाण साबित हो रही है. यह खेती जड़ से लेकर के फूल तक में मुनाफा दे रही है.
बदलते वक्त के साथ मिट्टी की सेहत खराब होती चली जा रही है. मिट्टी में पोषक तत्वों की कमी हो गई है. ऐसे में सनई की खेती मिट्टी के लिए अमृत साबित हो रही है. जिला उद्यान निरीक्षक हरिओम का कहना है कि किसान इन दिनों सनई की खेती से खेत की उर्वरा शक्ति भी बढ़ा रहा है और खेत में तेजी से उगने वाली सनई से उत्तम लाभ भी प्राप्त कर रहा है. जिले के किसान सनई के फूल को बाजार में बेचकर अच्छा मुनाफा कमा रहे हैं.
बाज़ारों में इस फूल वाली सब्जी की है भारी मांग
इस फूल वाली सब्जी की बाजारों में भारी मांग है. जिससे स्वादिष्ट सब्जी बनाई जाती है. इन दिनों यह बाजार में करीब 200 रुपये किलो तक बिक रही है. डॉक्टर शेर सिंह ने बताया कि सनई के फूल में फाइबर और कैल्शियम होता है. यह मासपेशियों को सामान्य और हृदय की धड़कन को स्थिर रखने में रामबाण औषधि के रूप में काम करता है. यह मोटापा मधुमेह हार्ट अटैक की संभावनाओं को कम करता है. यह कैंसर से बचाव और पाचन क्रिया को दुरुस्त रखता है.
इसके फूल में प्रोटीन पाया जाता है. भारत में कई जगहों पर इसे सब्जी के रूप में इस्तेमाल किया जाता है. जिला उद्यान अधिकारी सुरेश कुमार ने बताया कि सनई के तने से प्राप्त होने वाले रेसे से रस्सियां बनाई जाती हैं. वही कुछ किसान खेत की उर्वरा शक्ति को बढ़ाने के लिए इसे खेत में हल चलाकर काट देते हैं. जिससे खेत की उर्वरा शक्ति बढ़ जाती है. भारत के सभी क्षेत्रों में किसान खेत की उर्वरा शक्ति बढ़ाने के लिए सनई के पेड़ को खेत में ही हल से पलटवा देते हैं. यह हरी खाद खेत को खनिजों एवं पोषक तत्वों से भर देती है.
किसान ने क्या कहा?
हरदोई के सांडी निवासी किसान बालक राम ने बताया कि सनई की फसल जड़ से फूलों तक किसानों के लिए लाभकारी सिद्ध होती है. उन्होंने बताया कि अप्रैल में खेत की जुताई करने के बाद में पाटा लगाने के बाद उन्होंने खेत में बिजाई का काम कर दिया था. इन दिनों सनई के फूल की बाजार में भारी मांग है सनई का फूल रुपये 200 किलो तक बाजार में बिक रहा है, जिससे उन्हें मुनाफा हो रहा है.
यह फसल 10 परसेंट खर्चे के साथ 100 फीसदी मुनाफा देने वाली है. बारिश के ठीक पहले शुरू की जाने वाली इस फसल में ज्यादा सिंचाई की भी आवश्यकता नहीं होती. यह लगभग हर तरीके की मिट्टी में उगने वाली फसल है. खेत साथ किसान की जेब को भी भरपूर फायदा देने वाली यह उत्तम फसल है. क्षेत्र के ज्यादातर किसान सनई की खेती को उत्तम खेती मानकर कर रहे हैं. इस खेती ने किसानों और खेत की हालत को सुदृढ़ किया है.
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स्रोत:tv 9