रबी फसलों के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य घोषित

October 19 2023

प्रधान मंत्री श्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में आर्थिक मामलों की कैबिनेट समिति ने विपणन सीजन 2024-25 के लिए सभी अनिवार्य रबी फसलों के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) में वृद्धि को मंजूरी दे दी है।  विपणन सत्र 2024-25 के लिए सभी रबी फसलों के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य ( प्रति क्विंटल ) इस प्रकार हैं  –

गेहूं –  2023 -24 में समर्थन मूल्य 2125 रु था जो 2024 -25 में बढ़कर 2275 रु हो गया है । इसमें 150 रु प्रति क्विंटल की वृद्धि की गई है। इसी तरह जौ का समर्थन मूल्य 2023 -24 में 1735 रु था जो  2024 -25 में  बढ़कर   -1850 हो गया है। 115 रु की वृद्धि की गई है।चना 2023 -24 में 5335 रु था जिसे 2024 -25 में बढ़ाकर 5440 रु कर दिया गया है। इसमें प्रति क्विंटल 105 रु की वृद्धि की गई है। मसूर का समर्थन मूल्य 2023 – 24 में 6000  था , जिसे अब बढ़ाकर 6425 रु कर दिया गया है । इसमें सर्वाधिक 425 रु की वृद्धि  की गई है। रेपसीड एवं सरसों जिसका 2023 -24 में समर्थन मूल्य  5450 रु था उसे अब 5650 रु कर दिया गया है। इसमें 200 रु की वृद्धि की गई है। ऐसे ही कुसुम  जिसका 2023 -24 में समर्थन मूल्य 5650 रु था उसे 2024 -25  में बढ़ाकर 5800 रु प्रति क्विंटल कर दिया गया है। इसमें 150 रु  की वृद्धि  की गई  है।

उल्लेखनीय  है कि सरकार ने विपणन सत्र 2024-25 के लिए रबी फसलों के  समर्थन मूल्य  में वृद्धि की है, ताकि उत्पादकों को उनकी उपज के लिए लाभकारी मूल्य सुनिश्चित किया जा सके। एमएसपी में सबसे ज्यादा बढ़ोतरी मसूर के लिए 425 रुपये प्रति क्विंटल, इसके बाद रेपसीड और सरसों के लिए 200 रुपये प्रति क्विंटल की मंजूरी दी गई है। गेहूं और कुसुम के लिए 150-150 रुपये प्रति क्विंटल की बढ़ोतरी को मंजूरी दी गई है , जबकि जौ और चने के लिए क्रमश: 115 रुपये प्रति क्विंटल और 105 रुपये प्रति क्विंटल की बढ़ोतरी को मंजूरी दी गई है।

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स्रोत: कृषक जगत