पिलर लगाने के बाद काम रुका, फसल संभालने में जुटे किसान

March 12 2019

श्री करतारपुर साहिब गुरुद्वारा के दर्शनों के लिए बनाए जाने वाले कॉरिडोर का काम पिछले कुछ दिनों से धीमा हो गया है। अधिग्रहण के लिए जमीन पर पिलर लगाने के बाद प्रशासन की ओर से आगे कोई कदम नहीं बढ़ाया गया है। इससे किसानों में उम्मीद बंध गई है कि जब तक प्रशासन जमीन का अधिग्रहण करेगा, उससे पहले गेहूं की फसल काट लेंगे।

किसान सूबा सिंह, अमरजीत सिंह, गुरुप्रीत सिंह, शमशेर सिंह, मुख्तयार सिंह, परमिंदर सिंह व रणजीत सिंह का कहना है कि कुछ दिन पहले जब प्रशासन ने कॉरिडोर के काम में तेजी लाई थी तो किसानों को डर सताने लगा था कि उनकी गेहूं की फसल नष्ट हो जाएगी।

सीमा से लेकर गांव मान तक जमीन पर पिलर लगाने के बाद कॉरिडोर का काम अचानक धीमा हो गया है। 25 फरवरी के बाद से कॉरिडोर की जमीन के संबंध में कोई कार्रवाई नहीं हुई है। इस बीच 14 दिन बीत गए हैं। अब किसानों को उम्मीद बंधी है कि जब तक प्रशासन जमीन अधिग्रहण शुरू करेगा, वे गेहूं की फसल काट लेंगे। गौरतलब है कि सवा चार किलोमीटर में करीब 54 एकड़ जमीन का अधिग्रहण किया जाएगा।

किसानों का कहना है कि गेहूं को पीली कुंगी और तेले के रोग से बचाने के लिए कीटनाशकों का छिड़काव शुरू कर दिया है। अब गेहूं की फसल 25 से 30 दिन में तैयार हो जाएगी। गांव चंदू नंगल जोडिय़ां, डेरा बाबा नानक और पखोके टाहली साहिब के किसानों की ज्यादातर जमीन कॉरिडोर में आएगी। गेहूं की बिजाई के लिए प्रति एकड़ करीब आठ हजार रुपये खर्च आता है।

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स्रोत: Jagran