पपीते की खेती करने पर किसानों को 45 हजार रुपये, यहां करें आवेदन

December 15 2022

बिहार, असम, महाराष्ट्र, गुजरात, पंजाब, मिजोरम जैसे कई राज्यों में पपीते की खेती बड़े पैमाने पर की जाती है. इसकी खेती को प्रोत्साहित करने के लिए सरकार की तरफ से आर्थिक मदद भी की जाती है. इसी कड़ी में बिहार सरकार भी किसानों को पपीते की खेती पर 75 प्रतिशत तक का अनुदान दे रही है.
75 प्रतिशत तक की सब्सिडी
किसानों को ये राशि एकीकृत बागवानी योजना के तहत दी जा रही है. एक हेक्टेयर पपीते की खेती की लागत 60 हजार रुपये निर्धारित की गई है. 75 प्रतिशत की सब्सिडी के आधार पर किसानों को 45 हजार रुपये का अनुदान दिया जाएगा.  इस योजना के तहत आंवला, बेर, जामुन, बेल, कटहल, अनार आदि की खेती पर भी 50% तक अनुदान दिया जाता है.
ये किसान हैं योजना के पात्र
अगर आप बिहार के किसान हैं और आपके पास खेती योग्य भूमि है तभी आप इस योजना के पात्र हैं. योजना का लाभ लेने के लिए पात्र किसानों को आधार कार्ड, पैन कार्ड, पासपोट साइज फोटो, एलपीसी या जमीन की कैरेंट रसीद, पहचान पत्र, मूल निवास प्रमाण पत्र, खेती का विवरण, बैंक पासबुक होनी जरूरी है.
पपीते की खेती पर सब्सिडी का लाभ उठाने के लिए किसान एकीकृत बागवानी विभाग की वेबसाइट पर जाकर इस योजना के लिए अप्लाई कर सकते हैं. साथ ही किसान नजदीकी कृषि या बागवानी विकास कार्यालय में भी संपर्क कर सकता है.
बागवनी की फसलों को प्रोत्साहित किया जा रहा है
बता दें कि किसानों की आय बढ़ाने के लिए केंद्र और राज्य सरकारें तमाम जतन कर रही हैं. इसी कड़ी में बागवानी फसलों की खेती के लिए किसानों को लगातार प्रोत्साहित किया जा रहा है. फलदार वृक्षों और सब्जियों की फसल पर किसानों को बंपर सब्सिडी भी दी जा रही है.

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स्रोत:Aaj Tak