देश में रबी का 178 लाख हेक्टेयर रकबा कवर

November 15 2021

देश में अब तक 178 लाख हेक्टेयर में बोनी कर ली गई है। जबकि गत वर्ष इस अवधि में 176 लाख हेक्टेयर में बोनी हुई थी। चालू रबी में तिलहनों का रकबा तेजी से बढ़ा है। वहीं दलहनी फसलों की बुवाई भी गत वर्ष की तुलना में अधिक हो गई है। इस रबी में 625.14 लाख हेक्टेयर में रबी फसलें लेने का लक्ष्य रखा गया है।

कृषि मंत्रालय द्वारा जारी बुवाई के फसल वार आंकड़ों के अनुसार 12 नवंबर तक 41.13 लाख हेक्टेयर में गेहूं की बुवाई हो गई है। जबकि लक्ष्य 303.6 लाख हे. रखा गया है। हालांकि यह बुवाई अभी गत वर्ष की तुलना में धीमी है परन्तु शीघ्र इसके तेज होने की संभावना है। गत वर्ष इस अवधि में गेहूं 46.13 लाख हेक्टेयर में बोया जा चुका था।

तिलहनी फसलें

देश में तिलहनी फसलों का रकबा तेजी से बढ़ रहा है। 77.38 लाख हेक्टेयर की तुलना में अब तक 69.63 लाख हेक्टेयर में तिलहनी फसलें बोयी जा चुकी है जो गत वर्ष की तुलना में लगभग 11 लाख हेक्टेयर से अधिक है क्योंकि गत वर्ष अब तक 47.87 लाख हेक्टेयर में तिलहनी फसलें बोयी गई थी। देश की प्रमुख तिलहनी फसल सरसों की बुवाई गत वर्ष की तुलना में लगभग 10.90 लाख हेक्टेयर अधिक है। अभी तक 56.28 लाख हे. में सरसों की बुवाई हो गई है। जबकि गत वर्ष इस अवधि में 45.37 लाख हेक्टेयर में सरसों बोई गई थी। सरसों का सामान्य क्षेत्रफल 61.55 लाख हेक्टेयर है।

मोटे अनाज

देश में मोटे अनाजों की बुवाई जारी है। ज्वार, मक्का, बाजरा जैसे प्रमुख मोटे अनाजों की बुवाई 12 नवंबर को जारी आंकड़ों के मुताबिक 16.26 लाख हे. में हो चुकी है। इसका सामान्य क्षेत्रफल 56.05 लाख हे. है। इसके तहत मुख्यत: ज्वार की बोनी 11 लाख हेक्टेयर तथा मक्के की बोनी 3.65 लाख हे. में कर ली गई है।

दलहनी फसलें

देश में दलहनी फसलों की बुवाई अब तक 55.10 लाख हेक्टेयर में हुई है। जबकि सामान्य क्षेत्र 146.14 लाख हेक्टेयर है। इसमे चने की बुवाई गत वर्ष की तुलना में लगभग ढाई लाख हेक्टेयर पीछे चल रही है। गत वर्ष 41.33 लाख हे. में बोनी हो गई थी। जबकि इस वर्ष अब तक 38.90 लाख हेक्टेयर में बोनी हो पाई है। चने का सामान्य क्षेत्र 95.66 लाख हे. है। इसी प्रकार मटर की बोनी 5.88 लाख हेक्टेयर में एवं मसूर की बोनी 5.23 लाख हेक्टेयर में हुई है। अन्य दलहनी फसलों की बुवाई भी प्रारंभ हो गई है।

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स्रोत: Krishak Jagat