जवाहरलाल नेहरू कृषि विश्वविद्यालय के वैज्ञानिकों ने इस वर्ष 8 फसलों जैसे अरंडी-1, चना-03, धनिया-01, मक्का-01, रामतिल-02, जइ-02, धान-02, गेहूं-01 कुल 13 प्रजातियों को विकसित किया गया है जो उत्पादन व गुणवत्ता के दृष्टिकोण से मील का पत्थर साबित हो रही है।
कुलपति डॉक्टर बिसेन ने बताया कि कृषि के उत्तरोत्तर प्रगति एवं कृषकों के विकास में कृषि वैज्ञानिकों के अनुसंधान की महती भूमिका है स्थापना काल से लेकर अब तक जवाहरलाल नेहरू कृषि विश्वविद्यालय ने विभिन्न फसलों की 292 प्रजातियों को विकसित किया है।
इसी के साथ ही गत 4 वर्षों में विश्वविद्यालय द्वारा 28 नई किस्मों को विकसित किया गया जवाहरलाल नेहरू कृषि विश्वविद्यालय 24 फसलों की 92 प्रजातियों के गुणवत्ता युक्त बीच देशभर के 11 राज्यों को प्रदान करता है देश का सर्वाधिक प्रजनक बीज उत्पादन का कार्य भी विश्वविद्यालय द्वारा किया जा रहा है इस क्षेत्र में कई दशकों से विश्वविद्यालय राष्ट्रीय स्तर पर प्रथम स्थान बनाया हुआ है।
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स्रोत: Krishak Jagat